अमित शाह बने गृह मंत्री, राजनाथ को रक्षा मंत्रलय

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली : राजग-2 सरकार में जहां मंत्रिपरिषद के कई चेहरे बदल गए हैं, वहीं क्रियान्वयन के स्तर पर भी बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। शुक्रवार को हुए विभागों के बंटवारे में स्पष्ट हो गया कि जमीनी स्तर पर बदलाव की सोच अब और तेज होगी। अमित शाह को गृह मंत्रलय का जिम्मा मिला है। इसके साथ ही यह तय हो गया है कि आतंकवाद और आंतरिक सुरक्षा को लेकर और कड़े फैसले होंगे। राजनाथ सिंह को इस बार रक्षा मंत्रलय की जिम्मेदारी दी गई है। विदेश मंत्रलय का जिम्मा पूर्व सचिव एस. जयशंकर को देने का खास महत्व है।वित्त मंत्रलय को लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म था। अरुण जेटली के स्वास्थ्य कारणों से जिम्मेदारी लेने से मना करने के बाद पीयूष गोयल सबसे आगे माने जा रहे थे, लेकिन यह मंत्रलय पूर्व रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को दिया गया है। वह देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं। हालांकि उनसे पहले प्रधानमंत्री रहते हुए इंदिरा गांधी ने 1970-71 के बीच वित्त मंत्रलय अपने पास रखा था। इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए दो वर्ष तक रक्षा मंत्रलय भी अपने पास रखा था। वहीं, उत्तर प्रदेश के दो बड़े चेहरों स्मृति ईरानी को कपड़ा, महिला एवं बाल विकास और महेंद्रनाथ पांडेय को कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रलय की जिम्मेदारी मिली है।



पशुधन, दुग्ध व मत्स्य और जल शक्ति के नाम से दो नए मंत्रलय गठित


जमीनी स्तर पर जल संसाधन, गंगा व पेयजल को मिलाकर जल शक्ति मंत्रलय और पशुधन, दुग्ध व मत्स्य के नाम से अलग मंत्रलय के गठन को भी अहम कदम माना जा सकता है। गंगा पुनरुद्धार मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना थी, लेकिन कई कारणों से यह पूरी तरह परवान नहीं चढ़ सकी। इस बार प्रधानमंत्री ने अलग एक कैबिनेट मंत्री इसके लिए लगा दिया है। राजस्थान से आने वाले तेजतर्रार गजेंद्र सिंह शेखावत को जल शक्ति मंत्रलय की जिम्मेदारी दी गई है। इसी मंत्रलय में जल संसाधन और पेयजल विभाग को भी मिला दिया गया है ताकि जल से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित रहे। दूसरा स्वतंत्र मंत्रलय पशुधन, दुग्ध और मत्स्य का बनाया गया है। इसके लिए गिरिराज सिंह के रूप में कैबिनेट मंत्री और संजीव बालियान के रूप में राज्यमंत्री बनाया गया है। ध्यान रहे कि अब तक यह कृषि मंत्रलय के अधीन एक विभाग हुआ करता था।


मंत्रियों ने संभाली कमानविभाग आवंटन के कुछ ही घंटों में लगभग ढाई दर्जन मंत्रियों ने पदभार संभाल लिया। जबकि कुछ मंत्री शुभ घड़ी के इंतजार में हैं। पदभार संभालने वालों में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, रामविलास पासवान, प्रकाश जावड़ेकर, धर्मेद्र प्रधान, मुख्तार अब्बास नकवी, स्मृति ईरानी, आरके सिंह, पीयूष गोयल, गजेंद्र सिंह शेखावत शामिल हैं।


मोदी सरकार का पहला फैसला शहीदों के बच्चों के नाम


 


राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर ऐतिहासिक जीत के साथ आई नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत शहीदों व पूर्व सैनिकों के बच्चों की छात्रवृत्ति बढ़ाकर की है। यह सुविधा सेना, अर्धसैनिक बलों और रेलवे सुरक्षा बल तक सीमित थी, लेकिन अब यह आतंकी या नक्सली ¨हसा में शहीद होने वाले राज्य पुलिस के जवानों के बच्चों को भी मिलेगी। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर अपनी सरकार के फैसले की जानकारी दी। छात्रवृत्ति की राशि में बढ़ोत्तरी की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि अब लड़कों को हर महीने 2000 की जगह 2500 रुपये और लड़कियों को 2250 की जगह 3000 रुपये मिलेंगे। यह छात्रवृत्ति तकनीकी और प्रबंधन की शिक्षा के लिए दी जाती है। इसके लिए हर साल सैन्य बलों के जवानों के 5,500 बच्चों, अर्धसैनिक बलों के जवानों के 2,000 बच्चों, रेलवे सुरक्षा बल के जवानों के 150 बच्चों का कोटा तय है। अब इसमें आतंकी या नक्सली ¨हसा में शहीद होने वाले राज्य पुलिस बल के जवानों के 500 बच्चों के कोटे को भी शामिल कर लिया गया है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पदभार ग्रहण कर लिया। इससे पहले उन्होंने दफ्तर में मौजूद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए ' प्रेट्र


प्रधानमंत्री मोदी ने किया मंत्रियों के विभागों का बंटवारा निर्मला को रक्षा, पीयूष को रेल और एस. जयशंकर को विदेश मंत्रलय का जिम्मा


'>>देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनीं निर्मला सीतारमण


 


'>>स्मृति को महिला एवं बाल विकास व कपड़ा मंत्रलय महेंद्रनाथ पांडेय को कौशल विकास एवं उद्यमिता


कार्मिक, लोक शिकायत व पेंशन, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष, समस्त नीतिगत मामले


कैबिनेट मंत्री >>मंत्रलय


 


अमित शाह >>गृह


 


राजनाथ सिंह >>रक्षा


 


निर्मला सीतारमण >>वित्त एवं कंपनी मामले


 


एस. जयशंकर >>विदेश


 


नितिन गडकरी >>सड़क परिवहन, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग


 


सदानंद गौड़ा >>रसायन एवं उर्वरक


 


रामविलास पासवान >>उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण


 


नरेंद्र सिंह तोमर >>कृषि, किसान कल्याण, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज


 


रविशंकर प्रसाद >>कानून, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स


 


हरसिमरत कौर >>खाद्य प्रसंस्करण


 


थावरचंद गहलोत >>सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता


 


रमेश पोखरियाल निशंक >>मानव संसाधन


 


अजरुन मुंडा >>आदिवासी मामले


 


स्मृति ईरानी >>महिला एवं बाल विकास, कपड़ा


 


डॉ. हर्षवर्धन >>स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण


 


प्रकाश जावड़ेकर >>सूचना प्रसारण, वन एवं पर्यावरण


 


पीयूष गोयल >>रेलवे, वाणिज्य एवं उद्योग


 


धर्मेद्र प्रधान >>पेट्रोलियम एवं इस्पात


 


मुख्तार अब्बास नकवी >>अल्पसंख्यक मामले


 


प्रहलाद जोशी >>संसदीय मामले, कोयला एवं खान


 


महेंद्रनाथ पांडेय >>कौशल विकास एवं उद्यमिता


 


अरविंद सावंत >>भारी उद्योग


 


गिरिराज सिंह >>पशुपालन, दुग्ध एवं मत्स्य पालन


 


गजेंद्र सिंह शेखावत >>जलशक्ति


नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री


(अन्य मंत्रियों की सूची देखें पेज 19)


सीसीएस बदली


 


नई सरकार में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (सीसीएस) का स्वरूप बदल गया है। अब इसमें अमित शाह, राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण और एस. जयशंकर होंगे।


' पांच जुलाई को पेश होगा मोदी सरकार का पूर्ण बजट


 


' चुनौतीपूर्ण आर्थिक आंकड़ों से सरकार का सामना


 


' बाजारों ने गिरावट से किया वित्त मंत्री का स्वागत