बाराबंकी : फसलों को हो रहे नुकसान से नाराज ग्रामीणों ने बेसहारा पशुओं को सहित अपने पालतू जानवरों को विद्यालय में बंद कर दिया। इससे बच्चे वापस लौट गए। पुलिस संग पहुंचे तहसीलदार ने पशुओं को निकलवाया। प्रधानाध्यापक ने अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी है।
कोतवाली क्षेत्र के इब्राहिमाबाद गांव के प्राथमिक/पूर्व माध्यमिक विद्यालय में करीब 80 मवेशियों को बंद कर दिया गया। गुरुवार सुबह आठ बजे प्रधानाध्यापक दिनेश सिंह विद्यालय पहुंचे तो विद्यालय के गेट का ताला टूटा था और जानवर अंदर भरे हुए थे। सड़क पर सैकड़ों लोग लाठी डंडे के साथ बेसहारा पशुओं को लाकर बंद भी कर रहे थे। अध्यापक ने इसकी सूचना एसडीएम को दी। मौके पर पहुंचे तहसीलदार तपन मिश्र ने ग्राम प्रधान से जानकारी ली और स्कूल जाकर देखा। जहां 60 प्रतिशत जानवर गांव के पालतू थे। तहसीलदार के सख्त होने पर ग्रामीण अपने पालतू जानवर वापस ले गए, जबकि बाकी जानवर गेट खुलते ही बाहर निकल गए। इसके बाद कुछ ग्रामीणों को पकड़कर पुलिस थाने ले गई। तहसीलदार ने सरकारी विद्यालयों में मवेशी बंद करने पर विधिक कार्रवाई की चेतावनी दी है। कोतवाल आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया कि इसमें शामिल लोगों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। यहां मिले 20 बेसहारा पशुओं को ग्राम प्रधान व सचिव तथा ग्रामीणों की मदद से नाथूपुर भेज दिए गए। इस दौरान विद्यालय पहुंचे बच्चे बैरंग हो गए। प्रधानाध्यापक दिनेश सिंह ने अज्ञात के खिलाफ एक प्रार्थनापत्र पुलिस को दिया है।