आधारकार्ड बनाने में वसूली पर हाथापाई

संवादसूत्र, बाराबंकी: आधारकार्ड के निर्माण एवं संशोधन से संबंधित कार्य को लेकर समस्याएं कम नहीं हो रही हैं। डाकघर व बैंक में चंद लोगों के आधारकार्ड बनाने की प्रक्रिया भारी पड़ रही है। इसका फायदा सक्रिय दलाल उठा रहे हैं। कर्मचारी भी सहयोग कर रहे हैं। इसका एक ताजा मामला शुक्रवार को सामने आया। इसमें आधारकार्ड बनवाने गए व्यक्ति ने वसूली का विरोध किया तो उसके साथ हाथापाई की गई। मोबाइल छीनकर साक्ष्य भी मिटा दिए गए।


मामला नगर पंचायत फतेहपुर स्थित डाकघर का है। ग्राम गुड़ौली निवासी फुरकान अली ने मुख्य डाक अधीक्षक से शिकायत की है कि वह 23 अगस्त, 26 अगस्त को अपना आधारकार्ड संशोधन के लिए डाकघर गया तो वहां टोकन सिस्टम से प्रतिदिन 20 व्यक्तियों के ही आधारकार्ड संबंधी कार्य करने की बात कर्मचारियों ने कही। 29 अगस्त को वह सुबह साढ़े आठ बजे ही डाकघर पहुंचकर लाइन में लग गया। साढ़े नौ बजे डाकघर खुलने पर टोकन देने की प्रक्रिया शुरू हुई। कुछ अनधिकृत लोगों ने लाइन में लगे लोगों से 100-100 रुपये लिए लेकिन उसकी कोई रसीद नहीं दी। रुपये लेने का विरोध करते हुए उसने अपने मोबाइल में वीडियो व फोटो भी बनाए। इस पर डाकघर के कर्मचारियों ने अनधिकृत लोगों से मिलकर उसके साथ हाथापाई की। मोबाइल छीनकर सारा डाटा मिटा दिया।


डाक अधीक्षक त्रिभुवन सिंह का कहना है कि आधारकार्ड बनाने की प्रक्रिया निश्शुल्क है। फुरकान की शिकायत अभी मेरे सामने नहीं आई है। शिकायत का संज्ञान लेकर कार्रवाई की जाएगी।