राज्य ब्यूरो, लखनऊ: नकली शराब के सेवन से अब तक हुईं दर्जनों मौतों के बाद सरकार निगरानी की नई व्यवस्था लागू करने जा रही है। ग्राहकों को मिलावटी शराब न बेची जा सके, इसलिए हर दुकान पर बिक्री प्वॉइंट ऑफ सेल (पॉस) मशीन के माध्यम से ही की जाएगी। इस व्यवस्था के लिए कंपनी नियुक्त करने के लिए टेंडर की तैयारी चल रही है।
नकली शराब से होने वाली मौतों पर अंकुश के लिए ही सजा के प्रावधानों में पहले बदलाव किया जा चुका है। अब निगरानी के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि प्रदेश में शराब की जितनी भी दुकानें हैं, सभी पर अनिवार्य रूप से पॉस मशीन लगाई जाएगी। ग्राहक शराब खरीदने से पहले जैसे ही बोतल को मशीन के सामने रखेगा, वैसे ही मशीन उसके बारकोड को पढ़ लेगी। हरी बत्ती जलने पर सुनिश्चित हो जाएगा कि शराब मिलावटी नहीं है। आबकारी मंत्री ने बताया कि इसके साथ ही ट्रैक एंड ट्रेस सिस्टम लागू किया जा रहा है। डिस्टलरी से शराब निकलकर गोदाम पहुंचने और फिर दुकान तक पहुंचने तक खेप की पूरी निगरानी ऑनलाइन हो सकेगी। उसका पूरा रिकॉर्ड भी रहेगा। उन्होंने बताया कि दोनों व्यवस्थाओं को शुरू करने के लिए कंपनी नियुक्त की जानी है, जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू होने जा रही है।