संवादसूत्र, इसरौली व (बाराबंकी): देवा स्थित सूफी संत हाजी वारिस की दरगाह पर लगने वाला सफर उर्स 27 सितंबर से प्रारंभ होगा। वहीं कार्तिक उर्स (देवा मेला) की शुरुआत 15 अक्टूबर से होगी। इन मौकों पर दरगाह शरीफ पर आयोजित होने वाले दीनी कार्यक्रमों की घोषणा कर दी गई है।
हाजी वारिस अली शाह मसोलियम ट्रस्ट की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार सफर उर्स का आगाज 27 सितंबर को मीलाद शरीफ से होगा। 28 सितंबर को मनकवत ख्वानी और रात में महफिले समा होगी। 29 सितंबर को महफिले जिक्र वारिस पाक, शाम को जुलूस के साथ हल्का फुकराए वारसी की तरफ से चादरपोशी और चांद निकलने पर महफिले समा का आयोजन होगा। 30 सितंबर की सुबह 4 बजकर 13 मिनट पर सरकार वारिस पाक का कुल शरीफ और सलाम खुदानी, 10 बजे मजलिस शोहदा-ए-करबला, शाम तीन बजे मजार शरीफ का गुस्ल और संदल, इत्र पेश होगा। रात 8 बजे दरगाहे वारसी एसोसिएशन की तरफ से एहराम पेश होगा और मरहूमीन गुलामे वारिस का कुल होगा। सेक्रेटरी साअद महमूद वारसी ने बताया कि चांद न निकलने पर कार्यक्रम अगले दिन आयोजित होंगे। वहीं 15 अक्टूबर से शुरू हो रहे कार्तिक उर्स ( देवा मेला) की शुरुआत भी मीलाद शरीफ से होगी। 16 अक्टूबर को कव्वाली और तरही मुशायरा। 17 अक्टूबर को महफिले जिक्र वारिस पाक कव्वाली और सैय्यद कुरबान अली शाह का कुल होगा। 18 अक्टूबर को कव्वाली और खादिम अली शाह का कुल, बेदम शाह वारसी की तरफ से सेहरापोशी और कव्वाली, 19 अक्टूबर को सुबह 4 बजकर 13 मिनट पर सरकार वारिस पाक का कुल शरीफ और ट्रस्ट की ओर से एहराम पेश होगा। उसके बाद गुस्ल, संदल पेश करने के साथ गुलामाने वारसी का कुल होगा। 20 अक्टूबर को प्रसाद वितरण के साथ जायरीन की विदाई होगी।
सफर उर्स 27 सितंबर से और कार्तिक उर्स 15 अक्टूबर से शुरू होगा देवा मेला, 20 अक्टूबर को होगी जायरीन की विदाई