8:50 बजे चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर आश्रम से बाहर ले गई एसआइटी
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर : छात्र से दुष्कर्म के आरोप में घिरे पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद को शुक्रवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। एसआइटी ने उन्हें कोर्ट में पेश किया, जहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। उन पर धारा 376 सी, 354 डी, 342, 506 के तहत मुकदमा हुआ है। दूसरी ओर, उनसे पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में भी तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
चिन्मयानंद के कॉलेज में पढ़ने वाली एक छात्र ने 24 अगस्त को वीडियो वायरल कर उन पर दुष्कर्म के आरोप लगाए थे, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने प्रकरण का स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआइटी) को सौंपी थी। चिन्मयानंद से कई बार लंबी पूछताछ हुई। खुद पर शिकंजा कसता देख गुरुवार देर रात करीब एक बजे चिन्मयानंद शाहजहांपुर शहर से भागने की फिराक में थे। एसआइटी को भनक लगी तो टीम तुरंत वहां पहुंची और उन्हें उनके मुमुक्षु आश्रम में रहने की हिदायत दी। सुबह आठ बजे अचानक एसआइटी के प्रभारी नवीन अरोड़ा व अन्य अधिकारी दोबारा मुमुक्षु आश्रम पहुंचे और 8.50 बजे चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर आश्रम से बाहर ले आए। स्वास्थ्य परीक्षण के लिए उन्हें राजकीय मेडिकल कॉलेज ले गए। वहां से उन्हें मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ओमवीर सिंह की अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। 11 बजे कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच उन्हें जिला जेल में दाखिल कर दिया गया।
वीडियो वायरल होने के बाद छात्र लापता हो गई थी। 27 अगस्त को उसके पिता ने चिन्मयानंद पर उसके अपहरण का आरोप लगाते हुए चौक कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। हालांकि 30 अगस्त को वह राजस्थान के एक होटल में मिल गई। इसके बाद तीन सितंबर से जांच कर रही एसआइटी को चिन्मयानंद के कुछ आपत्तिजनक वीडियो मिले। उनकी सत्यता की पुष्टि और कई अन्य साक्ष्य मिलने के बाद उसी मुकदमे में दुष्कर्म, धमकी देने की धाराएं बढ़ाईं और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।