उपलब्धियां लेकर बूथों तक जाएंगे सांसद

भाजपा मुख्यालय में आज होगी बैठक, शाह व नड्डा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये करेंगे मार्गदर्शन


राब्यू, लखनऊ: योगी सरकार तीन तलाक पीड़ित महिलाओं का सम्मेलन कराने जा रही है। सम्मेलन की जिम्मेदारी अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग को सौंपी गई है। फिलहाल अल्पसंख्यक विभाग कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने में जुटा हुआ है।


तीन तलाक कानून पास होने के बाद मुस्लिम महिलाओं को इसका काफी लाभ मिला है। इसके तहत अब एक बार में तीन तलाक बोलना गैर कानूनी है। इसमें तीन साल की कैद व जुर्माना दोनों हो सकते हैं। प्रदेश भर में अब तक तीन तलाक के सैकड़ों मामले दर्ज हो चुके हैं। मुस्लिम महिलाओं से जुड़े इस अहम मुद्दे को योगी सरकार भुनाना चाहती है।


यही कारण है कि दो अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर विद्यालयों में आयोजित प्रतियोगिताओं में तीन तलाक विषय को भी चुना गया है। इसी कड़ी में अब तीन तलाक पीड़ितों का सम्मेलन भी है।


 


राज्य ब्यूरो, लखनऊ: केंद्र में नरेंद्र मोदी की दूसरी पारी के सौ दिन और प्रदेश में योगी सरकार की ढाई वर्ष की उपलब्धियों को लेकर भाजपा सांसद बूथों तक जाएंगे। सांसदों को गांधी जयंती (दो अक्टूबर) से सरदार पटेल की जयंती 31 अक्टूबर तक अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में 150 किलोमीटर की पदयात्र करनी है। इसके लिए शनिवार को पार्टी सांसदों को भाजपा मुख्यालय में आमंत्रित किया गया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सांसदों का मार्गदर्शन करेंगे।


शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय में अपराह्न् तीन बजे से शाम सात बजे तक बैठक होगी। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल प्रमुख रूप से शामिल होंगे। जुलाई माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों को 150 किलोमीटर पदयात्र का लक्ष्य सौंपा था। इसके लिए हर संसदीय क्षेत्र में 10 से 15 ग्रुप बनेंगे और सांसद हर दिन एक ग्रुप के साथ पदयात्र में शामिल होंगे।


इनमें विधायक और संगठन के पदाधिकारी भी रहेंगे। प्रतिदिन करीब 15 किलोमीटर की पदयात्र में सांसद बूथों तक जन संपर्क कर मोदी-योगी सरकार की उपलब्धियां गिनाएंगे और स्वच्छता पर भी जोर देंगे। पिछले लोकसभा चुनाव में सांसदों के प्रति आक्रोश देखा गया। कई सांसदों की फोन न उठाने तथा समय पर न मिल पाने की शिकायतें भी आईं। भाजपा नेतृत्व की मंशा है कि अब ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो। इसीलिए सांसदों को बूथ स्तर तक जाकर कार्यकर्ताओं और आम जनता से मिलने का कार्यक्रम तय किया गया है।


इस दौरान गांधी और पटेल के विचारों को लोगों से साझा करने, शिक्षा के प्रचार-प्रसार और जनहित में चलाई जाने वाली सरकारी योजनाओं की जानकारी भी देंगे। उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा ने 62 सीटें जीती हैं। दो क्षेत्रों में सहयोगी अपना दल एस और 14 क्षेत्रों में विपक्ष का कब्जा है। जिन क्षेत्रों में भाजपा का प्रतिनिधित्व नहीं है वहां राज्यसभा सदस्यों को पदयात्र की जिम्मेदारी सौंपी जायेगी। प्रदेश में एक दर्जन से ज्यादा भाजपा के राज्यसभा के सदस्य हैं।