लापरवाही
संवादताता, सीतापुर : मीरजापुर में बच्चों को नमक-रोटी की घटना के बाद अब जिले पिसावां ब्लॉक स्थित प्राथमिक विद्यालय बिचपरिया में मिड-डे मील पर सवाल उठा है। दावा है, यहां बच्चों को हल्दी के घोल में कच्चे चावल परोस दिए गए। शनिवार दोपहर इस आशय का वीडियो वायरल होने के बाद अफसरों में खलबली मच गई। यही नहीं, मुख्यमंत्री दफ्तर ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब की है, जिसके बाद एडीएम विनय कुमार पाठक देर शाम तक गांव में जांच करते रहे। बच्चों के बयान भी दर्ज किए, जिसके बाद उन्होंने घटना को गलत बताते हुए किसी भी कार्रवाई से इन्कार कर दिया।
बिचपरिया स्कूल में कुल 104 बच्चे हैं। इनमें 54 उपस्थित थे। शनिवार की दोपहर स्कूल के बच्चों की थाली में पीला घोल (जिसे हल्दी का घोल बताया जा रहा है।) और चावल के दानों का एक वीडियो वायरल हुआ। कहा गया कि बच्चों को हल्दी के घोल में कच्चे चावल परोस दिए। वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए अजय कुमार को जांच के निर्देश मिले। स्कूल बंद होने के बावजूद बीएसए मौके पर गए और बच्चों व अभिभावकों के बयान लिए।
बीएसए ने बताया कि शनिवार को मध्याह्न भोजन का मेन्यू सब्जी-चावल था। स्कूल में आलू और सोयाबीन की रसेदार सब्जी व चावल बना था। भोजन का आखिरी हिस्सा रसा व चावल शेष था, जिसका किसी ने वीडियो बना लिया।
एडीएम विनय कुमार पाठक ने बताया कि वायरल वीडियो गलत है। हमने गांव में पहुंचकर दो दर्जन से अधिक अभिभावकों और छात्रों से जानकारी ली है। किसी ने भी भोजन के संबंध में कोई शिकायत नहीं की। ग्रामीण और बच्चे भोजन की गुणवत्ता से संतुष्ट हैं।
सीतापुर के पिसावां ब्लाक के बिचपरिया प्राथमिक विद्यालय में एमडीएम लिए बच्चे का वायरल फोटो
सीएम दफ्तर ने भी लिया संज्ञान, गांव दौड़े अफसर
देर शाम तक चलती रही जांच एडीएम बोले-गलत सूचना बलरामपुर में भी शिकायत संवादसूत्र, बलरामपुर : मिड-डे मील में गुरुजनों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को सदर शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय शेखरपुर प्रथम में करीब 70 बच्चों को मध्याह्न भोजन में आंगनबाड़ी की पंजीरी का घोल परोस दिया गया। शिकायत पर पहुंचे बीएसए हरिहर प्रसाद ने विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया है।