विशाखापत्तनम, प्रेट्र : भारतीय स्पिनरों के सीरीज के पहले टेस्ट में दूसरे दिन गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका पर नकेल कसने से पहले मयंक अग्रवाल ने गजब की रनों की भूख दिखाई और अपने पहले टेस्ट शतक को शानदार तरीके से दोहरे शतक में बदला। भारतीय सरजमीं पर अपना पहला टेस्ट खेलते हुए मयंक ने बेहतरीन एकाग्रता और धैर्य का परिचय देते हुए 371 गेंदों पर 215 रन की पारी खेली, जिसकी बदौलत मेजबान टीम ने 136 ओवर में सात विकेट पर 502 रन बनाकर अपनी पहली पारी घोषित की। जवाब में दक्षिण अफ्रीका एडेन मार्करैम (05), थेउनिस डि ब्रूएन (04) और नाइट वॉचमैन डेन पीट (00) के विकेट गंवाकर दिन का खेल खत्म होने पर बैकफुट पर नजर आ रही थी। उसने 20 ओवर में 39 रन पर ही अपने तीन विकेट गंवा दिए थे और वह अभी भी भारत से 463 रन पीछे है।
रविचंद्रन अश्विन ने गेंद को बेहतरीन टर्न दिलाते हुए क्लासिकल ऑफ ब्रेक का शानदार प्रदर्शन करते हुए मार्करैम को बोल्ड कर भारत को पहली सफलता दिलाई। उसके बाद उन्होंने डि ब्रूएन को विकेट के पीछे कैच कराया। रवींद्र जडेजा भी पीछे नहीं रहे और उन्होंने पीट को बोल्ड करते हुए भारत को तीसरी सफलता दिलाई।
पहला दिन जहां पूरी तरह से रोहित शर्मा (176 रन, 244 गेंद) के नाम रहा तो दूसरा दिन निश्चित रूप से मयंक के नाम रहा, जिन्होंने बल्लेबाजी के अनुकूल परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाया। मुख्य तेज गेंदबाज वनरेन फिलेंडर को छोड़कर दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने सूखी और धीमी पिच पर साधारण प्रदर्शन किया, जिसमें तीन विशेषज्ञ स्पिनर शामिल थे।
भारत ने दूसरे दिन बिना किसी नुकसान के 202 रन से आगे खेलना शुरू किया। रोहित ने 115 रन और मयंक ने 84 रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। सुबह के सत्र में मयंक ने अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया, जबकि पहली बार सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतरे रोहित ने 176 रन की पारी खेली। मयंक की तरह ही रोहित ने भी 23 चौके व आधा दर्जन छक्के जड़े। भोजनकाल के समय भारत का स्कोर 88 ओवर में एक विकेट पर 324 रन था। पहले सत्र में मेजबान टीम ने 4.28 के रनरेट से 122 रन जुटाए। पहले दिन की तरह ही फिलेंडर ने पहले घंटे में बल्लेबाजों को कुछ परेशान किया। हालांकि, इसके बाद मेहमान टीम को कोई परेशानी नहीं हुई। जब रोहित 125 रन पर थे तो फिलेंडर की गेंद पर क्विंटन डिकॉक ने उनका कैच गिरा दिया, जो स्टंप के करीब खड़े थे और बेहतरीन कैच को लपकने की कोशिश में लड़खड़ा गए। दो गेंद के बाद फिलेंडर ने नीची गेंद फेंककर दोनों बल्लेबाजों को चौंकाया। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका के तीनों स्पिनर प्रभावित नहीं कर सके, लेकिन महाराज ने सत्र के अंत में रोहित को स्टंप कराने में सफलता हासिल की। रोहित और मंयक के बीच 317 रन की रिकॉर्ड साङोदारी हुई, जो भोजनकाल से पहले टूटी।
इस साङोदारी के दौरान उन्होंने वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साङोदारी का भारतीय रिकॉर्ड तोड़ा। रोहित के आउट होने के बाद सभी की नजरें मयंक पर टिकी थीं। उन्होंने टीम की जरूरत के हिसाब से अपनी पारी की गति को तेज किया। उन्होंने अपने पहले 100 रन 204 गेंदों पर पूरे किए, जबकि उसके बाद अगले 100 रन पूरे करने के लिए सिर्फ 154 गेंदों का सामना किया। इससे पहले अपने पिछले चार टेस्ट ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज में खेलने वाले मयंक ने अपनी पारी में 23 चौके व छह छक्के जड़े, जिनमें से ज्यादातर स्पिनरों के खिलाफ थे। उन्होंने दोपहर के सत्र में ज्यादातर समय बल्लेबाजी की, जिसे पहले दिन बारिश की वजह से खराब हुए खेल की भरपाई के लिए 30 मिनट तक बढ़ा दिया गया था। मयंक की शानदार पारी का अंत डीन एल्गर की गेंद पर हुआ, जब डीप मिडविकेट पर पीट ने डाइव लगाते हुए उनका कैच पकड़ा। चायकाल के समय भारत का स्कोर पांच विकेट पर 450 रन था। इस सत्र में भारत ने चार विकेट खोकर 126 रन जुटाए।
भोजनकाल के बाद पहली ही गेंद पर फिलेंडर ने चेतेश्वर पुजारा (06) को चलता कर दक्षिण अफ्रीकी टीम की वापसी की उम्मीद जगाई। फिलेंडर की एक खूबसूरत गेंद पुजारा का ऑफ स्टंप ले उड़ी। मयंक का साथ देने के लिए कप्तान विराट कोहली (20) क्रीज पर आए, जो अपनी छोटी पारी के दौरान अच्छे टच में नजर आए। वह पदार्पण कर रहे सेनुरान मुथुस्वामी को उनकी ही गेंद पर आसान कैच देने के बाद काफी निराश दिख रहे थे। भारतीय बल्लेबाज इस सत्र में तेजी से रन जुटाने की कोशिश में थे, लेकिन अजिंक्य रहाणो (15) भी ज्यादा देर तक नहीं टिक सके और महाराज को दूसरा विकेट दे बैठे।
भारत ने सात विकेट पर 502 रन बनाकर घोषित की पारी, अग्रवाल ने 215 रन बनाए, दक्षिण अफ्रीका के 39 रन पर गिरे तीन विकेट
मेंटर की भूमिका निभाएं सीनियर खिलाड़ी: फिलेंडर
विशाखापत्तनम, प्रेट्र : दक्षिण अफ्रीका के सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज वनरेन फिलेंडर अपने करियर के अंतिम पड़ाव में 'मेंटर' की भूमिका का लुत्फ उठा रहे हैं और चाहते हैं कि उनके समकक्ष खिलाड़ी खेल को कुछ वापस लौटाएं। डेल स्टेन और मोर्नी मोर्कल की मौजूदगी वाली तेज गेंदबाजी तिकड़ी का फिलेंडर अहम हिस्सा रहे हैं, लेकिन बाकी दोनों के टेस्ट से संन्यास लेने के बाद इस प्रारूप में उन पर जिम्मेदारी आ गई है।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से 58 टेस्ट में 21.64 के शानदार औसत के साथ विकेट चटकाने वाले फिलेंडर ने कहा, 'डेल और मोर्नी चैंपियन गेंदबाज रहे। उस समूह का मैं आखिरी गेंदबाज हूं, लेकिन नई प्रतिभा ने मुङो रोमांचित किया है। केजी (कैगिसो रबादा) ने अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है। दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी में गहराई काफी अच्छी है और यह मेरी भूमिका है कि मैं नए खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करूं।'दक्षिण अफ्रीका की टीम का अब सभी प्रारूपों में वैसा दबदबा नहीं रहा जैसा हुआ करता था और डिविलियर्स व अमला जैसे सीनियर खिलाड़ियों के संन्यास लेने से ड्रेसिंग रूम में शून्य पैदा हो गया है।
टॉस : भारत (बल्लेबाजी)
परिणाम : न्यूजीलैंड 10 विकेट से विजयी
>>रन>>गेंद>>चौके>>छक्के
मयंक का. पीट बो. एल्गर >>215>>371>>23>>06
रोहित स्टं. डिकॉक बो. महाराज >>176>>244>>23>>06
पुजारा बो. फिलेंडर >>06>>17>>01>>00
विराट का. एवं बो. मुथुस्वामी >>20>>40>>04>>00
रहाणो का. बावुमा बो. महाराज >>15>>43>>02>>00
रवींद्र जडेजा नाबाद >>30>>46>>00>>01
विहारी का. एल्गर बो. महाराज >>10>>24>>01>>00
रिद्धिमान का. मुथुस्वामी बो. पीट >>21>>16>>04>>00
रविचंद्रन अश्विन नाबाद >>01>>17>>00>>00
अतिरिक्त : (बा-4, लेबा-1, नोबा-2, वा-1) 8
कुल : 136 ओवर में सात विकेट पर 502 रन पारी घोषित
विकेट पतन : 1-317 (रोहित, 81.6), 2-324 (पुजारा, 88.1), 3-377 (कोहली, 103.1), 4-431 (रहाणो, 117.6), 5-436 (मयंक, 119.4), 6-457 (हनुमा, 126.4), 7-494 (साहा, 131.3)
गेंदबाजी: फिलेंडर 22-4-68-1, रबादा 24-7-66-0, केशव महाराज 55-6-189-3, डेन पीट 19-1-107-1, सेनुरन मुथुस्वामी 15-1-63-1, डीन एल्गर 1-0-4-1
भारत (पहली पारी) 502/7 (पारी घोषित (136 ओवर)
>>रन>>गेंद>>चौके>>छक्के
डीन एल्गर नाबाद >>27>>63>>02>>01
एडेन मार्करैम बो. अश्विन >>05>>21>>01>>00
डि ब्रूएन का. साहा बो. अश्विन >>04>>25>>01>>00
डेन पीट बो. जडेजा >>00>>04>>00>>00
तेंबा बावुमा नाबाद >>02>>07>>00>>00
अतिरिक्त : (लेबा-1) 1
कुल : 20 ओवर में तीन विकेट पर 39 रन
विकेट पतन : 1-14 (मार्करैम, 7.1), 2-31 (डि ब्रूएन, 16.3), 3-34 (पीट, 17.3)
गेंदबाजी: इशांत शर्मा 2-0-8-0 मुहम्मद शमी 2-2-0-0
रविचंद्रन अश्विन 8-4-9-2
रवींद्र जडेजा 8-1-21-1
दक्षिण अफ्रीका (पहली पारी) 39/3 (20 ओवर)
अपना दोहरा शतक पूरा करने के बाद दर्शकों का अभिवादन करते मंयक ' प्रेट्र