बड़े की अर्थी उठी नहीं दूसरे भाई के मौत की आ गई सूचना

जासं, बाराबंकी: बुधवार को जिला चिकित्सालय में भर्ती किए गए लोगों के नाम रामचंदर (35) , नरायन (29), संजय (30), हरिप्रसाद (50), रोहित (28) व रिंकू हैं। जबकि, रेफर किए जाने वालों के नाम केशवराम (40), मंशाराम (36), विनोद पुत्र पुत्तीलाल निवासी अमराईगांव, चंद्रेश (32), अखिलेश पुत्र राम सनेही (29) निवासी सायपुर, राजेंद्र (18) पुत्र धन्नूलाल व गुड्डू (33) पुत्र छबीले निवासी ग्राम सेमराय है। जिला चिकित्सालय में मंगलवार से चल रहा है उनके नाम जगपाल, अमरजीत, रामबली, नरेंद्र, जोगेंद्र, होली प्रसाद, दिनेश, नन्हें, मनोज कुमार व कमलेश हैं।


जागरण टीम, बाराबंकी: रामनगर के दर्जन भर गांव में मिलावटी शराब का जो तांडव हुआ, उससे सारे रिश्ते-नाते टूट कर बिखर गए। बड़े भाई की अर्थी उठने वाली ही थी कि छोटे भाई के मरने की खबर आ गई। उधर दो मासूम के सिर से मां का साया पहले ही उठ चुका था, अब शराब ने उसके पिता को भी छीन लिया। मासूम बच्चे अब अनाथ हो गए।


कजियापुर के राम स्वरूप पुत्र श्रीकेशन की मंगलवार को मौत हो गई थी। शव सुबह गांव पहुंचा और अंतिम संस्कार की तैयारी हो रही थी। दोपहर बाद जैसे ही अर्थी उठी कि उसके छोटे भाई चेतराम की मौत की खबर आ गई। अर्थी रखकर परिवारजन फिर से बिलखने लगे। चेतराम के तीन पुत्र अंकित, अजरुन, और अरुण साथ ही एक पुत्री ज्योति है। पत्नी कुसुमा अपने पति के साथ थी। रामस्वरूप के एक भाई की दो वर्ष पहले ही मौत हो गई थी। अब सबसे छोटा भाई पंकज है।


लखनऊ से खींच लाई विजय को मौत: विजय बहादुर की मौत बुधवार को हो गई। विजय पिपरी गांव में अपने जीजा पप्पू वर्मा के साथ रहता था। पांच वर्ष पहले विजय ने लखनऊ के चिनहट में स्थित घर और एक बीघा जमीन बेचकर पिपरी आ गया था। यहीं से उसने बिहार से संगीता के साथ शादी की थी। सभी यही कह रहे थे लखनऊ से मौत खींच लाई।


शराब ने छीनी मुस्कराहट: महार के ओमकार की मौत हो गई। इनके मुकेश, शिव कुमार, राजकुमार, गुलशन और दीपक बच्चे हैं। पेशे से यह मजदूर जरूर थे लेकिन इनके घर में खुशिया थी, चूंकि मुकेश और शिव कमाने वाले थे। मौत के बाद यह खुशियां गम में तब्दील हो गईं। किसान माधव राम शुक्ल की मौत के बाद नंदन, चंदन, नौमीलाल, आदेश अनाथ हो गए। इनके पास 30 बीघा जमीन थी, घर के सभी लोग खुश थे लेकिन शराब ने मुस्कराहट गम में घोल दिया।


संवादसूत्र, सूरतगंज (बाराबंकी): गांव में जब एक साथ चार अर्थी उठी तो गांव ही नहीं बल्कि वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखों में आंसू नजर आए। सभी की मंशा क्षेत्र दहला देने वाले शराब के कारोबार पर पाबंदी लगाने की थी।


चार शव छोटेलाल के परिवार के थे। जहरीली शराब पीने के बाद घटना में रमेश, मुकेश व सोनू के साथ मृतक छोटेलाल को खो चुकी मालती देवी का बुरा हाल था। कांता रोते हुए कहती हैं किसी का मेरे पति व पुत्र ने क्या बिगाड़ा था। जो इस मिलावटी शराब से मेरा तो सब कुछ लूट गया।'हालांकि, मालती देवी खुद पर काबू रखते हुए यह कहना भी नहीं भूलती कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। शराब की बिक्री पर रोक लगना चाहिए, घटना के बाद गहरे सदमे में भी दिखी। भाई व पिता को भूमिगत देने श्मशान पहुंचने पर भाइयों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पति रमेश की मौत के बाद शव देखते हुए रामावती के सब्र का बांध टूट गया।एक ही परिवार के चार सदस्यों की अंत्येष्ठि में सांसद उपेंद्र सिंह रावत, पूर्व ब्लॉक प्रमुख ज्ञानू, जिला पंचायत सदस्य रवींद्र सिंह पप्पू, दुर्गेश कुमार मिश्र, क्षेत्र पंचायत सदस्य अनूप सिंह व राहुल सिंह, मोहम्मद असलम, एसडीएम चंद प्रकाश पाठक आदि रहे।कजियापुर में अशोक कुमार मिलावटी शराब पीने से गंभीर हैं। इनका इलाज केजीएमयू में चल रहा है। इधर इनके पुत्र सुनील की बुधवार को शादी थी। हालांकि देर शाम को बारात विदा हो गई, लेकिन बारात में सिर्फ चंद लोग ही थे।13 नए मरीज, 6 रेफर



जहरीली शराब पीने से मृत रविशंकर के बच्चे


अनाथ हुए बच्चेरानीगंज के रविशंकर उर्फ छंगा की पत्नी रुक्मिणी की मौत पहले ही हो गई थी। बुधवार को शराब पीने से छंगा भी परलोक सिधार गया। अब छंगा के छह वर्षीय रासी और तीन वर्षीय परी अनाथ हो गई। इनकी परवरिश कैसे होगी, सभी यही सोच रहे थे।


लखनऊ ट्रामा सेंटर में भर्ती अशोक का पुत्र कजियापुर निवासी सुनील बना दूल्हा ' जागरण


अंतिम संस्कार में शामिल हुए जनप्रतिनिधि


रानीगंज में चार लोगों को एक साथ सुपुर्द ए खाक करते मृतक के भाई ' जागरण