गायब रहते चिकित्सक, मरीज परेशान सुबह 8:50 बजे: सीएचसी इस्माइलपुर देवा

संवादसूत्र, विशुनपुर (बाराबंकी) : देवा कस्बे में चिकित्सा सुविधाएं बदहाल हैं। चिकित्सकों की लापरवाही का आलम यह है कि मरीज इंतजार करते रहते हैं और डॉक्टरों के कमरे खाली पड़े रहते हैं। गुरुवार को जागरण टीम ने देवा कस्बे के प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की हकीकत देखी, जहां अधिकांश चिकित्सक गायब मिले।


सुबह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर सन्नाटा पसरा था। ओपीडी रूम में अकेले डॉ. सुशील कनौजिया बैठे थे। अभी तक कोई मरीज केंद्र पर नहीं आया था। यहां दो चिकित्सक और तैनात हैं। डॉ. राधेश्याम गौंड़ का आकस्मिक अवकाश बताया गया, जबकि अन्य चिकित्सक की कोई सूचना नहीं थी। यहां कुल 17 लोगों का स्टाफ यहां तैनात है। उपस्थिति पंजिका में चार लोगों के हस्ताक्षर ही बने थे। टीबी कक्ष सहित अन्य कमरे भी खाली पड़े थे।


 


सीएचसी में पर्चा काउंटर पर करीब एक दर्जन लोगों की भीड़ थी। पुरुष और महिला ओपीडी खाली पड़ी थी। कमरों में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। जाफरपुर निवासी कमलेश ने बताया कि वह अपनी पोती को दिखाने आए हैं लेकिन अभी कोई डॉक्टर नहीं है। यही हाल महिला चिकित्सक के कमरे में था। यहां करीब एक दर्जन महिलाएं अल्ट्रासाउंड कराने आईं थीं।


महिलाओं को बताया गया कि अल्ट्रासाउंड टेक्निशियन डॉ. पीके गुप्ता की आज नाइट ड्यूटी है। आज अल्ट्रासाउंड नहीं होंगे। डेंटल रूम में डॉ. धर्मराज मौजूद रहे। विशुनपुर की हिना बानो, छेरिया की सीमा, मल्कासांड़न की पूजा ने बताया कि वह दो-तीन बार यहां आ चुकी हैं लेकिन अभी तक अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाया है। प्रभारी डॉ. शशिकांत चौधरी ने बताया कि प्रभारी चिकित्साधिकारी अनूप सैनी अवकाश पर हैं।



 


समय 08:48 मिनट पर सीएचसी देवा में अल्ट्रासाउंड कक्ष में पसरा सन्नाटा और समय 08:50 मिनट पर सीएचसी देवा में खाली पड़ी चिकित्सक की कुर्सी


संवादसूत्र, हैदरगढ़ (बाराबंकी): हैदरगढ़ क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित क्लीनिक के विरुद्ध छेड़े गए अभियान के तहत गुरुवार को कई स्थानों पर छापे मारे गए। इस दौरान वहां पर एक्सपाइरी डेट की दवाएं मिलीं। अवैध मिले क्लीनिक को नोटिस देकर दो दिन में जवाब मांगा गया है।


 


अधीक्षक डॉ. धर्मेंद्र राय ने अपनी टीम के साथ सबसे पहले नगर के डॉ. राजेंद्र कुमार अग्रवाल की क्लीनिक पर छापा मारकर टीबी की दवा, एक्सपायर दवाएं व कैप्सूल मिले जिनका कोई लेखा-जोखा नहीं मिला।


 


रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र व अन्य अभिलेख मांगे जाने पर नहीं दिखा सके। इसी क्रम में भभूतीगढ़ सरायगोपी में उदय राज, विसेननपुरवा में शिवा क्लीनिक के अर¨वद कुमार सिंह, सीतापुर ऑप्टिकल हैदरगढ़ आदि का निरीक्षण किया। इससे आसपास के गांवों में अवैध रूप से संचालित क्लीनिक संचालकों में हड़कंप मच गया। अधीक्षक ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप अभियान जारी रहेगा।


हैदरगढ़ में निजी क्लीनिकों के निरीक्षण के दौरान बरामद की गई ंएक्पायरी दवाएं


अभी जल्द ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवा का निरीक्षण किया था, जिसमें गायब कर्मचारी और चिकित्सक का वेतन काटा गया था, यदि सुधार नहीं हुआ है तो अब और सख्त कार्रवाई की जाएगी। देवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर गायब कर्मचारियों और चिकित्सक पर भी कार्रवाई होगी। -रमेश चंद्र, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बाराबंकी।