जमुरिया का गंदा पानी गोमती को बना रहा जहरीला ये है हाल

वादसूत्र, बाराबंकी : शहर के मध्य होकर निकली जमुरिया नदी अब नाले में तब्दील हो चुकी है। पूरे शहर की नालियों की गंदगी जमुरिया में होते हुए रेठ नदी और इससे सतरिख क्षेत्र में गोमती नदी में पहुंच रही है।


कुर्सी क्षेत्र की एक पशु वधशाला का मलबा भी रेठ नदी में बहाया जाता है। यूपीएसआइडीसी की फैक्ट्रियों का कचरा भी इसमें आता है। ऐसे में रेठ नदी का पानी पहले से ही पीने लायक नहीं है। शहर की सीमावर्ती क्षेत्र में रेठ नदी में भी आलापुर, जिन्हौली व कोठीडीह क्षेत्र के नाले सीधे तौर पर गिरते हैं।


शहर का जमुरिया नाला जोकि पहले नदी होती थी। जगनेहटा बड़ेल के पास रेठ नदी में मिला है। इसका गंदा पानी रेठ नदी में गिरता है। बारिश होने के कारण इस समय रेठ नदी का पानी थोड़ा साफ है। जमुरिया का पानी जहां गिरता है वहां का दृश्य देखकर किसी का भी मन द्रवित हो सकता है। काले रंग का गंदा बदबूदार पानी रेठ नदी के पानी में मिलकर उसकी रंगत ही बदल देता है। यही पानी आगे चलकर सतरिख क्षेत्र में गोमती नदी में गिरता है। इस तरह गोमती नदी का पानी डुबकी लगाने लायक तो दूर पशुओं के पीने लायक भी नहीं है।


नगर पालिका अध्यक्ष शशि श्रीवास्तव का कहना है कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की परियोजना को लागू करने में आ रही दिक्कतों को दूर किया जाएगा।