सुप्रीम कोर्ट से अगले माह राम मंदिर पर फैसला आने से पहले संघ परिवार में मंथन तेज हो गया है। इस मुद्दे को लेकर दिल्ली में तीन दिवसीय विशेष बैठक बुधवार को शुरू हुई। इस बीच, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने ट्वीट कर कहा है कि श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के मामले में सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय जो भी आए उसे खुले मन से स्वीकार करना चाहिए। निर्णय के पश्चात देश भर में वातावरण सौहार्दपूर्ण रहे, यह सबका दायित्व है।
छतरपुर के ध्यान साधना केंद्र में चल रही बैठक में बुधवार को आरएसएस और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ ही अनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारी भी शामिल हुए हैं। सर संघचालक मोहन भागवत व सरकार्यवाह भैय्या जी जोशी की विशेष मौजूदगी के अलावा सभी सह सरकार्यवाह और क्षेत्रीय प्रचारकों को भी विशेष रूप से बुलाया गया है। वहीं, गृहमंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, पार्टी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष व कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी बैठक में शामिल हुए हैं। एक पदाधिकारी ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले को लेकर यह आपात बैठक हो रही है। इसमें सभी संभावित फैसलों के साथ उसके विकल्पों पर भी विचार-विमर्श हो रहा है। गृहमंत्री अमित शाह गुरुवार को भी बैठक में शामिल हो सकते हैं। माना जा रहा है कि 17 से पहले राममंदिर पर फैसला आ सकता है।
कंपनियां पहले चरण में अयोध्या पहुंच चुकी हैं।
कंपनियां पीएसपी व पैरामिलिट्री फोर्स की आमद जल्द ।
से 10 कमरे हर होटल में पुलिस ने बुक करा लिए हैं ।
कंपनी पीएसी व पैरामिलिट्री फोर्स की होगी तैनाती।
अयोध्या में आरएएफ के साथ रूट मार्च करते सीओ सिटी अरविन्द चौरसिया ' जागरण भक्त पॉलीथिन में नहीं ले जा सकेंगे रामलला का प्रसाद
जासं, अयोध्या : पॉलीथिन प्रतिबंधित होने का असर रामलला के प्रसाद पर भी पड़ा है। श्रद्धालु कई दिनों से रामलला के लिए प्रसाद नहीं ले जा पा रहे हैं। सुरक्षा कारणों से अब तक पारदर्शी पॉलीथिन में श्रद्धालु प्रसाद ले जाते थे। इस पर रोक लग जाने से अब श्रद्धालु पॉलीथिन का विकल्प तलाश रहे हैं, ताकि वे अपने आराध्य को प्रसाद चढ़ा सकें। रामलला के पुजारी सत्येंद्रदास कहते हैं कि श्रद्धालुओं को पॉलीथिन का विकल्प तलाशना होगा। प्रशासन को श्रद्धालुओं की दिक्कत का ध्यान रखते हुए इस संबंध में कोई पहल करनी चाहिए ताकि भक्त भगवान को प्रसाद भी चढ़ सके।
अयोध्या समेत पूरे अवध में बढ़ी सतर्कता
राज्य ब्यूरो, लखनऊ: अयोध्या समेत पूरे प्रदेश में एक बार फिर पुलिस और खुफिया एजेंसियों की सरगर्मी बढ़ गई हैं। इंटेलीजेंस के अधिकारी रोजाना सुरक्षा के सभी ¨बदुओं की समीक्षा कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों को सभी जिलों में धर्मगुरुओं व विभिन्न संगठनों के साथ बैठक कर शांति-व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए हैं। डीजीपी मुख्यालय स्तर से सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर की जा रही तैयारियों की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। अयोध्या के अलावा बलरामपुर, गोंडा, श्रवस्ती, बहराइच समेत अन्य जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।