चंद घंटों में आयी पोस्टमार्टम रिपोर्ट
लखनऊ : आतंकी संगठनों के निशाने पर रहे हंिदूूवादी नेता व हंिदूू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की शुक्रवार को उनके खुर्शेदबाग स्थित आवास में दिनदहाड़े गला रेतकर हत्या कर दी गई। हत्यारों ने उनके चेहरे पर गोली भी मारी। साफ है कि हत्यारे यह तय करना चाहते थे कि किसी तरह कमलेश की जान न बचे। हत्यारे वारदात के बाद गणोशगंज की ओर पैदल ही भाग निकले।
कमलेश लंबे समय से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की गुहार लगा रहे थे और यह वारदात तब हुई, जब उनके आवास के बाहरी हिस्से में एक पुलिसकर्मी मौजूद था। भगवा कुर्ता पहने दो बदमाश मिठाई के डिब्बे में चाकू व पिस्टल छिपाकर लेकर कमलेश के आवास में सुबह करीब 11:47 बजे आए थे। दोनों करीब 36 मिनट तक कमलेश के घर में रहे। इस आधार पर पुलिस का मानना है कि हत्यारे कमलेश के संपर्क में थे। जब यह वारदात हुई, तब कमलेश घर के ऊपरी हिस्से में बने कमरे में अकेले थे। उनका बेटा ऋषि और पार्टी कार्यकर्ता सौराष्ट्र सिंह बाजार गये थे। कमलेश की प}ी किरन तिवारी चाय देकर दूसरे कमरे में चली गई थीं। चर्चा यह भी है कि हत्यारे एक शादी के सिलसिले में कमलेश से बात करने आये थे।
हत्याकांड की जांच में एसटीएफ को भी लगाया गया है। सुरक्षा व खुफिया एजेंसी भी अलर्ट हो गई हैं। गुजरात एटीएस ने यूपी एटीएस से संपर्क भी किया है। कमलेश की प}ी किरन तिवारी ने नाका कोतवाली में बिजनौर के मुफ्ती नईम काजमी व इमाम मौलाना अनवारुल हक के खिलाफ हत्या की नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। इन दोनों ने कमलेश की हत्या पर इनाम घोषित किया था। हत्याकांड से आक्रोशित लोगों ने डालीगंज में सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। बसों में तोड़फोड़ की। नाका चौराहे पर भी जाम लगाकर प्रदर्शन किया गया । पुलिस ने किसी तरह स्थिति को संभाला।
हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी ' (फाइल फोटो)
सूरत से खरीदा मिठाई का डिब्बा
हत्यारे मिठाई का जो डिब्बा लाये थे, वह सूरत (गुजरात) में 16 अक्टूबर की रात 9:30 बजे खरीदी गई थी। 13 अक्टूबर को कमलेश ने ट्वीट कर अपनी सुरक्षा को लेकर सवाल उठाया था। ट्वीट में कमलेश तिवारी ने गुजरात में पकड़े गये आइएसआइएस के आतंकियों के निशाने पर होने संबंधी खबर को भी साझा किया गया था। इस आधार पर आतंकी संगठन की किसी साजिश को भी नकारा नहीं जा सकता।
प}ी से कहा था, राममंदिर की सुनवाई पर कोई बधाई देने आ रहा है
किरन तिवारी ने बताया कि उनके पति कमलेश तिवारी के मोबाइल फोन पर किसी ने कॉल कर राम मंदिर मामले की सुनवाई पूरी होने पर बधाई देने के लिए घर आने की बात कही थी। जिसके बाद कमलेश ने उन्हें कमरा ठीक करने के लिए कहा था। कमलेश के मकान के निचले हिस्से में हंिदूू समाज पार्टी का कार्यालय है।
पैगम्बर मुहम्मद साहब पर की थी टिप्पणी
कमलेश तिवारी वर्ष 2015 में तब सुर्खियों में आये थे, जब उन्होंने पैगम्बर मुहम्मद साहब पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद कमलेश पर रासुका के तहत कार्रवाई हुई थी और उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
48 घंटे में वारदात के राजफाश का दावा
डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि सीसी कैमरों की फुटेज से पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। हत्यारे कमलेश के परिचित लग रहे हैं। कॉल डिटेल से भी कई जानकारियां मिली हैं। 48 घंटे में घटना का राजफाश हो जायेगा।
'>>हंिदूू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे कमलेश तिवारी
'>>घर में सुरक्षाकर्मी की मौजूदगी में दिया घटना को अंजाम
'>>प}ी ने बिजनौर के दो मौलाना के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा
लखनऊ के नाका क्षेत्र के खुर्शेदबाग में कमलेश तिवारी की हत्या के बाद उनकी मां समर्थकों से बात करते हुए ' जागरण
जासं, बिजनौर : चार साल पहले धार्मिक टिप्पणी पर जिले के दो मौलानाओं ने कमलेश का सिर कलम करने पर 1.62 करोड़ के इनाम का ऐलान किया था। एक दिसंबर 2015 को कमलेश तिवारी ने पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। पुलिस ने उन्हें दो दिसंबर को गिरफ्तार किया था। कमलेश तिवारी के इस बयान के विरोध में चार दिसंबर 2015 को जिले के मौलाना अनवारुल हक के नेतृत्व में मुस्लिमों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था। हक ने कमलेश का सिर कलम करने वाले को 51 लाख रुपये इनाम देने का एलान किया था। छह दिसंबर 2015 को भनेड़ा गांव में मुफ्ती नईम अहमद ने कमलेश का सिर कलम करने वाले को एक करोड़ 11 लाख रुपये और हीरों का हार इनाम में देने की घोषणा की थी।
चंद घंटों में ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई। रिपोर्ट के मुताबिक हत्यारों ने कमलेश के बायें जबड़े पर गोली मारने के बाद गला रेत दिया। बुलेट पीठ में जाकर फंस गई। धारदार हथियार से गला रेत दिया। श्वास नली कटने से मौत हुई। साथ ही उनके शरीर के ऊपरी हिस्से में 13 चाकू के वार से घाव है। इसमें छाती के दाहिनी तरफ दो और बाई तरफ आठ वार थे, जबकि पीठ पर तीन वार थे।
वारदात के बाद संदिग्ध सीसी फुटेज में नजर आए ' जागरण
लखनऊ और हरदोई में प्रदर्शन, हंगामा
कमलेश की हत्या के बाद लखनऊ के साथ सीतापुर, हरदोई समेत दूसरों जिलों में हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। लखनऊ में बसों में