जिलेभर में मनाया गया दशहरा, लोगों ने पुष्प वर्षा के साथ किया पूजन
बाराबंकी : दशहरा के दिन राम ने रावण का वध किया। वहीं इस दौरान रामलीला के कलाकारों ने मंचन किया। असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक विजयदशमी कड़ी सुरक्षा के बीच धूमधाम से मनाई गयी। राम-रावण युद्ध के पश्चात रावण का पुतला फूंका गया। शहर के दशहराबाग स्थित रामलीला मैदान में राम-रावण के युद्ध के बाद रावण के पुतला का दहन किया गया। इससे पहले लीला मंचन का शुभारंभ राज्यसभा सदस्य डॉ. पीएल पुनिया, सदर विधायक धर्मराज यादव सुरेश यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष अवधेश श्रीवास्तव, पूर्व जिलाध्यक्ष संतोष सिंह, धीरेंद्र प्रताप वर्मा, अनिल अग्रवाल आदि ने गुब्बारे और कबूतर उड़ाकर किया।
सूरतगंज : श्रीरामलीला मैदान सूरतगंज में रावण वध के साथ रामायण के कार्यक्रम को पूर्ण कर दिया गया। इस के बाद श्रीराम को राजतिलक किया गया।
रामनगर : कस्बा रामनगर के पक्के तालाब रामलीला मैदान में रावण वध का विशाल मेला लगा। राजकुमार, रत्नाकर सिंह की देखरेख में रामा दल का नगर में विजय जुलूस निकला। लोगों ने पुष्प वर्षा के साथ पूजन किया।
हैदरगढ़ : मेला बाग में धूमधाम से विजयदशमी मनाई गई। परिसर पर मेला भी लगा। चौकी इंचार्ज वेदप्रकाश शर्मा पुलिसकर्मियों के साथ डटे रहे।
सतरिख : कस्बे के बड़ा शिवाला मंदिर परिसर में रामलीला का समापन हो गया। विजयदशमी के दिन राम ने रावण का वध कर दिया।
सिरौलीगौसपुर : कस्बा बदोसराय, सहनीमऊ, रायगंज में आयोजित रामलीला में रावण वध की लीला को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु रामलीला मैदान में जमे रहे। श्रीराम ने विभीषण की सलाह पर अग्निबाण रावण की नाभि में मारा तो रावण धराशायी हो गया।
रामसनेहीघाट : सुमेरगंज के दशहरा रामलीला में रावण वध की लीला के बाद पुतले का दहन किया गया। क्षेत्रीय विधायक दरियाबाद सतीश चंद्र शर्मा ने भगवान की आरती की।
सुबहा : नगर पंचायत सुबेहा में धूमधाम से दशहरा पर्व मनाया गया। प्रभु श्रीराम ने कुंभकर्ण, रावण व मेघनाद का वध किया।
त्रिवेदीगंज : भिलवल, ढोढवापुर, बबुआपुर, संभलखेरा व मंगलपुर में मेले का आयोजन कर रावण का दहन किया गया। धनबाद से आई कवयित्री पावनी कुमारी की सरस्वती वंदना से शुरुआत की। शायर शोएब, पुनीत पांडे, वेद प्रकाश सिंह, संत प्रसाद, सत्यनाम केवट, जमुना पांडे ने काव्यपाठ किया।
फतेहपुर : महादेव तालाब स्थित मैदान पर दशहरा धूमधाम से मनाया गया। देर शाम को मेघनाद और रावण के पुतलों का दहन हुआ।