आइटीआइ परीक्षा के दौरान मजिस्ट्रेट और प्राचार्य में झड़प

 बाराबंकी: जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल पीजी कॉलेज में बुधवार सुबह आइटीआइ परीक्षा में विलंब से पहुंचे मजिस्ट्रेट व प्राचार्य में जमकर झड़प हुई। मजिस्ट्रेट ने डीएम डॉ. आदर्श सिंह को पत्र भेजकर प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं, प्राचार्य ने मजिस्ट्रेट पर अभद्रता का आरोप लगाया है।


जनेस्मा कॉलेज में बुधवार को आइटीआइ की 2019 की परीक्षा सुबह साढ़े नौ बजे शुरू हुई थी। प्राचार्य डॉ. रामशंकर यादव का आरोप है कि महाविद्यालय कार्यालय खुला था। जिला प्रशासन की एक बैठक कक्ष संख्या 22 में चल रही थी। करीब 11 बजकर 28 मिनट पर मैं परीक्षा कक्षों का निरीक्षण कर अपने कार्यालय की ओर जा रहा था। इसी एक सज्जन ने काफी तेजी से आवाज लगाई कि यहां का प्रधानाचार्य कौन है? कुछ असहज महसूस करते हुए उनसे मैंने पूछा मैं ही प्राचार्य हूं..बताइए! उन्होंने कहा यहां जो परीक्षा हो रही है मैं उसका मजिस्ट्रेट हूं। उन्होंने स्वयं को तहसीलदार बताया। मैंने उनसे भाषा की गरिमा बनाए रखने का निवेदन किया लेकिन वे बार-बार तुम-तुम करके संबोधित करते रहे। फिर भी मैंने उनको तहसीलदार मानकर प्राचार्य कक्ष में बैठने को कहा। लगभग दो मिनट बाद वे यह कहकर चले गए कि मैं डीएम साहब से मिलकर तुम्हारी शिकायत करूंगा। कुछ देर बाद करीब 11 बजकर 42 मिनट पर अपर जिलाधिकारी व उप जिलाधिकारी से फोन पर वार्ता हुई। मैंने उनसे मोबाइल पर परीक्षाओं के लिए निवेदन किया लेकिन वे नहीं आए। उन्होंने यह भी कहा परीक्षा के लिए अगर मजिस्ट्रेट ही ऑब्जर्वर नामित किया गया हो तो उस पत्र की एक प्रति प्राचार्य को भी देने की कृपा करें। किसी सक्षम अधिकारी द्वारा इस केंद्र पर तैनाती की जानकारी उन्हें नहीं है। तहसीलदार न्यायिक अनिल सरोज का कहना है कि वे परीक्षा केंद्र पर मजिस्ट्रेट की ड्यूटी करने गए थे, पर वहां पर जनेस्मा प्राचार्य डॉ. रामशंकर यादव ने उनसे अभद्रता की। उन्हें परीक्षा कक्ष में घुसने तक नहीं दिया। उन्होंने इसकी शिकायत डीएम से की है।


चार रहे अनुपस्थित: जनेस्मा में चल रही आइटीआइ परीक्षा में चार परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। जबकि, 439 पंजीकृत परीक्षार्थियों में से 435 ने परीक्षा दी।