गरीबों को नहीं मिल पा रहा प्रधानमंत्री आवास

हथौंधा (बाराबंकी) : गरीबों को घर देने का दावा फेल होता नजर आ रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश गरीब परिवारों को आज तक आवास नहीं मिले हैं। ब्लॉक बनीकोडर के ग्राम पंचायत कोटवा सड़क, भावनियापुर, हथौंधा, सनोली, सनाकापुर आदि गांव में सैकड़ों ऐसे परिवार हैं, जो टूटी-फूटी झोपड़ी में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं।


घनश्याम, दीनदयाल, विनोद कुमार, मुकेश कुमार, कृष्णा आदि कहते हैं कि गरीब परिवारों को आवास उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना चलाई जा रही है। वर्ष 2011 में हुई आर्थिक, सामाजिक एवं जातिगत जनगणना के आधार पर झोपड़ी, कच्चे आवास में रहने वाले लोगों को आवास का लाभ दिया जाना था। सर्वे किस आधार पर किया गया, जिसमें गरीब के नाम ही नही हैं। सैकड़ों गरीब बेघर हैं। कोटवा सड़क ग्राम पंचायत की सोनी पत्नी भोला कहती है कि टूटी झोपड़ी में रहती है, उसकी पास घर नहीं है। बुजुर्ग जदुरा पत्नी सुंदर लाल का जर्जर कच्चा घर है। एडीओ पंचायत लक्ष्मी मणि त्रिपाठी ने बताया कि गरीबों का नाम पात्रता सूची में डाला जा चुका है। लक्ष्य आते ही घर मिलेगा।