जमाने से टकराकर गांव चमकाने में जुटे तारिक

देवा (बाराबंकी)


फतेहपुर ब्लॉक के बसारा गांव की सड़कों के किनारे 'तिरंगा' की आभा थामे हरियाली दूर से ही लुभाती है। यहां के तारिक अनवर उर्फ राहुल ने इन पेड़ों को देशभक्ति के रंग में रंगते हुए तिरंगा के साथ स्वच्छता का झंडा भी बुलंद कर रखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता मिशन से प्रभावित तारिक 2010 से ही पूरे मनोयोग से इस काम में लगे हैं। जातीय राजनीति के चलते उन्हें व्यापक विरोध भी ङोलना पड़ा। बहिष्कार तक की नौबत है लेकिन, तारिक जमाने से टकराकर भी गांव चमकाने में जुटे हैं।


उनकी चाहत है कि स्वच्छता के पैमाने पर गांव मॉडल बनकर उभरे। इसके लिए तारिक में गजब का जुनून है। उनका यह जुनून गांवों की गलियों से लेकर पेड़ों तक में नजर आता है। साफ-सुथरी गलियों में जहां-तहां स्वच्छता मिशन से जुड़े स्लोगन लिखे दिख जाते हैं वहीं, पेड़ों पर पेंट से बना तिरंगा हरियाली को देशप्रेम से जोड़कर पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाता है। वषों से जारी तारिक की कोशिशों से लोग अब आसपास की सफाई खुद से ही करने लगे हैं। गांव में शौचालय का शत-प्रतिशत प्रयोग हो रहा है।


जेब खर्च से शुरू की मुहिम


तारिक पीएम मोदी के मुरीद हैं। उनकी चलाई मुहिम को वे राष्ट्रहित में मानते हुए हर किसी के साथ जुड़ने को जरूरी बताते हैं। यही कारण है, तारिक अनवर ने अपने जेब खर्च से गांव को साफ-सुथरा बनाने का अभियान शुरू किया। एमए, एलएलबी तक पढ़े तारिक को उनके भाई रेहान का साथ मिला।