नल से जल की योजना बनाकर शीघ्र लागू करें: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि हर घर को नल से जल पहुंचाने की कार्ययोजना बनाकर उसे शीघ्र लागू किया जाए। बुंदेलखंड व विंध्याचल को ध्यान में रखकर विशेष कार्ययोजना तैयार करें। उन्होंने वर्षा जल के संचयन व अतिरिक्त जल के रिचार्ज पर खास जोर दिया। सीएम योगी से शनिवार को केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता विभाग और जलशक्ति मंत्रालय के सचिव परमेश्वरन अय्यर ने मुलाकात की। उन्होंने प्रदेश व केंद्र सरकार के अधिकारियों समेत मुख्यमंत्री के साथ बैठक भी की। सीएम ने कहा, प्रधानमंत्री की इच्छा के अनुसार प्रदेश में हर घर को जल योजना इस प्रकार बनाई जाए कि शत-प्रतिशत लोगों को नल से जल उपलब्ध हो सके। इसके लिए गांव स्तर तक प्लंबर व अन्य कामगारों के प्रशिक्षण की गहन कार्ययोजना बनाना जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे शीघ्र कार्ययोजना बनाकर उसका क्रियान्वयन कराएं।  वर्षा जल के संचयन व अतिरिक्त जल के रिचार्ज के लिए पुराने नलकूप, हैंडपंप व कुंओं की मरम्मत कराकर उन्हें उपयोग के योग्य बनाया जाए।

इन क्षेत्रों के लिए विशेष कार्ययोजना बनाने का दिया निर्देश



उन्होंने डार्क जोन, ब्लैक जोन, इन्सेफलाइटिस, आर्सेनिक, फ्लोराइड से प्रभावित भूजल वाले क्षेत्रों के लिए विशेष कार्ययोजना बनाकर कार्य किए जाएं।
उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत बेस लाइन सर्वे से पूर्व क्षतिग्रस्त एवं नए निर्मित शौचालयों की मांग को ध्यान में रखते हुए ऐसे परिवारों को चिह्नित करने और उन्हें शौचालयों से संतृप्त करने के निर्देश दिए।
यह भी कहा कि बने हुए शौचालयों का शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित कराया जाए। बैठक में प्रदेश के प्रमुख सचिव ग्राम विकास व पंचायतीराज अनुराग श्रीवास्तव, भारत सरकार से आए युगल किशोर प्रमुख रूप से मौजूद रहे।




प्रति व्यक्ति 55 लीटर जल के हिसाब ने बनाए योजना



केंद्र सरकार के  सचिव ने सीएम योगी आदित्यनाथ को आश्वस्त किया कि नल से जल की कार्ययोजना में उन सभी बिंदुओं को शामिल किया जाएगा जिसके लिए उन्होंने निर्देशित किया है