प्रधानाध्यापक कर रहे मन मानी

जहां एक तरफ शासन प्रशासन शिक्षा को और मजबूत बनाने के लिए लगातार और निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं बच्चे खूब पढ़ो खूब लिखें इस नारे को सफल बनाने के लिए सरकार द्वारा बच्चों को मुक्त ड्रेस व मुफ्त किताबें व विद्यालय में मुक्त अभियान के तहत खाना भी खिलाया जा रहा है ताकि बच्चों का मन पढ़ाई में लगे हैं बच्चे अपने मां बाप का नाम रोशन करें अपने देश का नाम रोशन करें
लेकिन कुछ लापरवाह टीचरों प्रधानाध्यापकों के द्वारा शिक्षा के इस मिशन को सफल नहीं बनाया जा रहा है जी हां ऐसा ही एक मामला ग्राम सभा फतेहपुर ब्लाक बंकी  तहसील नवाबगंज मैं देखने को मिला है जहां पर विद्यालय में पढ़ाई के समय बच्चे स्कूल के बाहर रोड पर टहलते हैं बच्चे खाना खाने के लिए घर जाते हैं बच्चे से जब पूछा गया तो बच्चे ने बताया कि मैं खाना खाने घर जा रही हूं स्कूल में खाना देर में बनता है विद्यालय में पढ़ाई के समय अगर बच्चा स्कूल से बाहर रोड पर आता है उसके साथ कोई भी अगर अप्रिय दुर्घटना हो जाए सकती है इसके जिम्मेदारी शासन प्रशासन ने प्रधानाध्यापक की ही होगी
लगभग 20 दिनों से विद्यालय में पानी पीने का हेड पंप खराब है लेकिन  प्रधान व प्रधानाध्यापक द्वारा हेडपंप को नहीं  सही कराया गया बच्चे पानी पीने के लिए विद्यालय से निकलकर दूसरे नल पर पानी पीने जाते हैं ऐसी कमियों से शिक्षा के स्तर को कैसे मजबूत बनाया जाएगा ऐसे लापरवाह टीचरों की वजह से बच्चे के भविष्य को कैसे सुधारा जाएगा