सीमा की सुरक्षा व्यवस्था की खुली पोल

 निंदूरा (बाराबंकी) : लखनऊ के सीमावर्ती पड़री गांव में हुआ विस्फोट पुलिस की गश्त और सीमा सुरक्षा की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है। घटना के करीब एक घंटे के बाद कुर्सी पुलिस और दो घंटे बाद एएसपी आरएस गौतम के पहुंचे। जबकि, अयोध्या प्रकरण के दृष्टिगत सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष चौकसी के निर्देश दिए गए हैं। .तो जानवरों को भगाने वाले हथगोले थे : एएसपी ने बताया कि झोले में बेसहारा मवेशियों को भगाने वाले गोले रखे थे। कोई तीव्र विस्फोटक नहीं था। जबकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि विस्फोट की आवाज तीन गांवों तक पहुंची थी और काफी संख्या में लोग पहुंच गए थे।


जांच में खुल सकती हैं परतें


सीमावर्ती होने के कारण अराजक तत्वों की माहौल बिगाड़ने के षड़यंत्र और इसके कारोबार किए जाने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है। इसकी अगर सघन जांच की जाए तो हकीकत सकती है। एक साल बाद पंचायत चुनाव भी होने हैं। उस दृष्टिगत भी यह विस्फोटक सामग्री एकत्र करने की आशंका जताई जा रही है। करीब नौ साल पहले सीमावर्ती गांव जबरी खुर्द में दो पक्षों में जमकर हथगोले चले थे, जिसमें कई लोग घायल हुए थे। मालूम हो कि यहां एक साल पहले गांव के बाहर खेत में दो गोले मिले थे, जिन्हे पुलिस ने निष्क्रिय करा दिया था।