शहरी क्षेत्रों में डेंगू के 80 फीसद मरीज एक महीने में तीन गुना पहुंची मरीजों की संख्या

 लखनऊ : गांवों के मुकाबले शहरों में डेंगू के मच्छरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। डेंगू के मरीज गांवों के मुकाबले शहरों में चार गुना अधिक पहुंच रहे हैं। बीते एक महीने में यह संख्या तीन गुनी हो गई है। इसीलिए स्वास्थ्य विभाग अब शहरों में खासतौर पर उन्हीं जगहों पर फोकस करेगा, जहां डेंगू के मरीज मिल रहे हैं।


प्रदेश में बीते दो महीने में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ा है। अगस्त तक डेंगू के मरीजों की संख्या केवल करीब चार सौ थी, जो अक्टूबर मध्य तक बढ़कर ढाई हजार पहुंच गई। इस महीने की शुरुआत में यह संख्या साढ़े पांच हजार से ज्यादा हो गई, जबकि अब 7787 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं जिसमें 14 की मौत हुई है। पिछले साल अब तक केवल 3449 मरीज मिले थे, जिसमें दो की मौत हुई थी। संचारी रोग निदेशक डॉ. मिथिलेश चतुर्वेदी बताती हैं कि इसमें करीब 80 फीसद मरीज शहरी क्षेत्रों के हैं। इसीलिए डेंगू पर काबू के उद्देश्य के साथ शनिवार से शुरू हो रहे संचारी रोग अभियान के चौथे चरण में शहरी क्षेत्रों पर अधिक ध्यान दिया जाएगा और खासतौर पर वहां अभियान चलाया जाएगा, जहां कोई मरीज मिलेगा। हालांकि माइग्रेशन और अन्य वजहों से गांवों में भी डेंगू के मच्छर पनपने लगे हैं। प्रदेश में डेंगू से खासतौर पर प्रभावित लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज व सहारनपुर सहित पांच जिलों में से सहारनपुर के चार ब्लॉक में मिले मरीजों की जांच में सामने आया कि इन तक डेंगू का वायरस पड़ोसी राज्य उत्तराखंड से पहुंचा है। सहारनपुर के यह चारों ब्लॉक अंतरराज्यीय सीमा से सटे हैं।



200 मीटर तक चलेगा अभियान


राज्य ब्यूरो, लखनऊ: डेंगू पर काबू पाने के लिए विभाग केवल उन्हीं क्षेत्रों में ध्यान केंद्रित करेंगे, जहां नए मरीज मिलेंगे। नए मरीज मिलने पर एक्टिव केस सर्च के तहत आसपास के 200 मीटर दायरे में हर घर में जांच की जाएगी। साथ ही डेंगू से बचाव के अन्य सभी उपाय भी ऐसे दायरे में किए जाएंगे। डेंगू की रोकथाम के लिए लोकभवन में शुक्रवार को अंतर्विभागीय बैठक कर मुख्य सचिव आरके तिवारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए।


तापमान 26 डिग्री से नीचे आने का इंतजार


डेंगू के मच्छरों के निष्क्रिय होने के लिए स्वास्थ्य विभाग को मौसम में ठंड बढ़ने का भी इंतजार है। संचारी रोग निदेशक बताती हैं कि अभी अधिकतम तापमान 28-29 डिग्री के आसपास है। यह जब 26 डिग्री के नीचे जाएगा तो ठंड बढ़ने से मच्छरों का प्रकोप कम हो जाएगा।