बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की नींव रखेंगे मोदी!

 लखनऊ: लंबे अर्से तक बदहाल रहे बुंदेलखंड की तस्वीर बदलने के लिए भाजपा सरकार योजनाओं का पिटारा खोल चुकी है। हर घर तक नल से पानी पहुंचाने की योजना और डिफेंस कॉरिडोर के साथ ही योगी सरकार वहां बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे भी बनाने जा रही है। 14 जनवरी को कानपुर में क्लीन गंगा कार्यक्रम के साथ यह भी प्रस्तावित है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चित्रकूट में एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करें।


सरकार ने 14 जनवरी को प्रस्तावित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कानपुर दौरे के लिए पहले ही तैयारी शुरू कर दी थी। अब इसके साथ ही चित्रकूट के लिए भी हलचल बढ़ गई है। सरकार के सूत्र ने बताया कि प्रधानमंत्री उसी दिन चित्रकूट भी जाएंगे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करेंगे।


अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होने के बाद मोदी उस धरती पर होंगे, जहां भगवान राम ने वनवास का सबसे अधिक समय बिताया। इस क्षेत्र का धार्मिक महत्व तो है ही, सरकार के लिए राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। बुंदेलखंड की जनता ने 2017 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में अन्य सभी दलों को लगभग सिरे से खारिज कर भाजपा की झोली में सीटें उड़ेल दी थीं।


लोकसभा चुनाव से पहले उरई की रैली में ही प्रधानमंत्री ने जलशक्ति मंत्रलय गठित कर मिशन मोड पर काम करने की घोषणा की थी। उस दिशा में काम शुरू कर हर घर तक नल पहुंचाने की योजना पर काम चल रहा है। इसी तरह प्रदेश की योगी सरकार ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का वादा किया था। लगभग 85 फीसद भूमि अधिगृहीत हो चुकी है और लक्ष्य है कि दिसंबर 2021 तक एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो जाए।



विकास की दृष्टि से बदहाल बुंदेलखंड के अब बहुरेंगे दिन


को कानपुर आगमन के साथ प्रस्तावित है कार्यक्रम, शुरू हुई तैयारी


बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे: एक नजर


इसकी कुल लंबाई 296.264 किलोमीटर होगी। लागत 14627.20 करोड़ रुपये अनुमानित है। एक्सप्रेसवे चित्रकूट में भरतकूप से शुरू होगा, जो बांदा, हमीरपुर, जालौन, औरैया होते हुए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर राष्ट्रीय राजमार्ग-91 (इटावा-बेवर मार्ग) से लगभग 16 किलोमीटर पहले कुदरैल गांव के पास समाप्त होगा।