कमियों को छुपाने में जुटे अधिकारी दो और की मौत केंद्रों पर चारे की व्यवस्था न ठंड से बचाव के इंतजाम
टीम, बाराबंकी : गोशालाओं में अव्यवस्थाएं हैं, पशु मर रहे हैं लेकिन अफसर कमियों को दबाने में लगे हैं। दरियाबाद के पहरुपुर में गोशाला का एक पशुओं करंट की चपेट में आने से मर गया। वहीं खजूरगांव में भी एक पशु की मौत हो गई। जागरण टीम ने रविवार को जिले की गोशालाओं की पड़ताल की। प्रस्तुत है रिपोर्ट।
बरेठी : देवा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत खजूरगांव में बने हुए गोशाला परिसर में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण कीचड़ भरा हुआ है। शनिवार की रात एक गाय गिरकर ठंड के कारण मर गई है। अभी तक इस गोशाला ने सात पशु मर चुके हैं।
निंदूरा : कुर्सी और अमरसंडा में छह पशुओं की मौत हो गई थी। फोटो में साफ तौर पर दिखा रहा था कि अमरसंडा में चार और कुर्सी में दो पशुओं की मौत हुई है, लेकिन यहां अधिकारियों को कुछ भी नहीं मिला। रविवार को खबर प्रकाशन के बाद डीएम के निर्देश पर जांच टीम गठित हुई और मौके सीवीओ डॉ. मार्कंडेय और पशु चिकित्सकों की टीम ने जांच की। उनका दावा है कि इन गोशालाओं में कोई भी पशु की मौत नहीं हुई है। टीन शेड की कमी है, बरसात की वजह से कीचड़ था। वहीं उधापुर गोशाला में तीन पशु ठंड से बीमार मिले। पशुधन प्रसार अधिकारी पुनीत श्रीवास्तव ने बताया कि ठंड के चलते तीन पशु बीमार है।
रामनगर : गो आश्रय केंद्र थालकला में 169 गोवंश हैं, एक सांड़ व एक गाय बीमार है। यहां खाने के पर्याप्त चारा मिला। खंड विकास अधिकारी कमलेश कुमार ने बताया संख्या के अनुरूप टीन शेड आदि की व्यवस्था की गई है।
देवा : फतेहपुर क्षेत्र की घेरी गोशाला में कीचड़ से बेसहारा पशु बेहाल हैं। दो शेड बने हैं, जो अपर्याप्त हैं। ठंड से बचने के भी यहां कोई इंतजाम नही हैं। रविवार को यहां तिरपाल लगा दिया गया। वहीं शनिवार की देर शाम यहां चार पशु पड़े थे। मौके पर मौजूद प्रधान सर्वजीत का कहना था कि यह पशु बीमार हैं।
सिरौलीगौसपुर : गो आश्रय केंद्रों पर ठंड से बचने के लिए तैयारियां पूरी नहीं की जा सकी हैं। हजरतपुर में 640 और बिरौली में 567 तथा ठाकुरपुर में 155 एवं औलिया लालपुर में 373 पशु मौजूद हैं।
त्रिवेदीगंज : दुंदीपुर गो आश्रय टाट की बोरियां व तिरपाल लगाए गए हैं। यहां कुल 112 गोवंश संरक्षित हैं। देखभाल करने वाले रामसेवक ने बताया कि हरा चारा इस समय नहीं है। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. ओम प्रकाश सिंह का कहना है कि एक पशु बीमार है।
सतरिख : हरख ब्लॉक क्षेत्र के बहलोलपुर गांव में स्थित गोशाला में पशुओं की सुरक्षा के लिए तिरपाल लगाया गया है। पहले से टीन शेड बना है। अब तिरपाल से चारों तरफ सुरक्षा घेरा बनाया गया है।
सुबेहा : हुसैनाबाद गांव स्थित पशु आश्रय स्थल केंद्र सुबेहा में कुल 487 पशु हैं। जिनमें 398 सांड़ व 89 गाये हैं। आश्रय में ठंड की वजह से कुल सात पशुओं की मौत हो चुकी है। जिसकी पुष्टि डॉ. सकील ने की हैं।
सूरतगंज: अमराई गांव स्थित गो आश्रय केंद्र में दो सौ बेसहारा पशु है। कुछ पशु सूरतगंज-रामनगर मार्ग पर खड़े थे। कुछ पशु बीमार थे।
दरियाबाद क्षेत्र के पहरुपुर में करंट से मरा गोशाला का पशु ' जागरण
निंदूरा क्षेत्र के अमरसंडा गोआश्रय स्थल पर चार पशुओं की मौत के बाद जांच करने पहुंचे सीवीओ डॉ. मार्कंडेय ' जागरण
रामनगर क्षेत्र के गोआश्रय स्थल पर बेसुध पड़ी गाय और सूरतगंज क्षेत्र के अमरई गोआश्रय स्थल पर बेसुध पड़े बेसहारा पशु ' जागरण
ठंड से बचाव और चारा पानी की व्यवस्था कराने के सख्त निर्देश दे दिए गए हैं। अमरसंडा व कुर्सी में कुछ पशु बीमार मिले हैं, यहां पशुओं की मौत नहीं हुई है। अन्य जगहों पर भी व्यवस्थाएं ठीक कराई जा रही हैं।
डॉ. मार्कंडेय, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, बाराबंकी