खर-पतवार नाशक की दुकानों से भरे नमूना

 बाराबंकी : खर-पतवार नाशक दवाई दुकान से खरीदकर खेत में डालने के बाद आलू की फसल नष्ट होने के मामले में शुक्रवार को जिला कृषि रक्षा अधिकारी प्रीति किरण बाजपेई ने देवा क्षेत्र में किसानों के खेत में जाकर फसल देखी। सद्दीपुर व फतेहपुर में कीटनाशक एवं खर-पतवार नाशक दवाइयां बेचने वाले दुकानदारों के यहां से नमूने संग्रहीत किए।


कृषि रक्षा अधिकारी ने बताया कि नमूनों को परीक्षण के लिए भेजा जाएगा। नमूनों की जांच के बाद दवा में कमी पाई गई तो विधिक कार्रवाई की जाएगी। देवा ब्लॉक के ग्राम लोंहजर निवासी इरफान, सद्दीपुर निवासी देशराज, नेवाजपुर मजरे देवकलिया निवासी दीपेंद्र कुमार, ग्राम बेरहरा निवासी गिरजा शंकर ने अपनी आलू की फसल नष्ट होने की शिकायत कृषि रक्षा अधिकारी से की थी। इनका कहना था कि सद्दीपुर व फतेहपुर से खरीदी गई दवा नकली होने के कारण फसल नुकसान हुआ है। कृषि रक्षा अधिकारी ने बताया कि खर-पतवार नाशक दवाइयों का छिड़काव निर्धारित मात्र से अधिक किए जाने पर खर-पतवार के साथ ही फसल नष्ट होने का भी खतरा बना रहता है। ऐसे में सोच-समझकर व विशेषज्ञ की राय लेकर ही इनका प्रयोग किया जाना चाहिए। इस मामले में सभी पहलू पर जांच की जा रही है।