वोट के लिए बाहरी लोगों के बनवा दिए गए आधार और वोटर कार्ड!

नगर पालिका के सर्वे में सामने आई हकीकत जांच होगी


प्रेम अवस्थी ' बाराबंकी


वोट के लिए सभासदों ने बाहरी लोगों के आधार, वोटर व राशनकार्ड बनवा दिए। यह बात नगर पालिका की टीम के सर्वे में खुलकर सामने आ रही है। करीब दो सौ परिवार हैं, जिनकी बोली-भाषा बांग्लादेशी व असमिया है। यह लोग खुद असोम का निवासी होने के दावा करते हैं। लेकिन सर्वे के दौरान इनमें से अधिकांश लोग असोम के मूल निवास का प्रमाण नहीं दे रहे।


नगर में खाली पड़ी जमीनों पर झुग्गी-झोपड़ी डालकर रहते हैं और इनकी रोजी-रोटी का जरिया प्रथम दृष्टया कचरा से प्लास्टिक बीनकर चलता है। इन्हें बसाने के पीछे संबंधित मुहल्लों के सभासदों की भूमिका को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि सभासदों ने ही इनके यहां के निवासी होने के प्रमाण पत्र अपने लैटर पैड के जरिए प्रमाणित किए। सभासदों के प्रमाणपत्र पर नगर पालिका अध्यक्ष ने सहमति जताई। इसके बाद इनके वोटर कार्ड, आधार कार्ड व राशन कार्ड भी बन गए।


नगर में कमरियाबाग, पीर बटावन नई बस्ती, फैजुल्लागंज व पैसार में बाहरी लोग करीब 10 साल से बसे हुए हैं। इनका आवागमन भी लगा रहता है।


नगर पालिका की टैक्स इंस्पेक्टर पल्लवी अस्थाना के नेतृत्व में सर्वे टीम गठित है। सात दिसंबर को दैनिक जागरण में 'बाहरी मेहमानों के बन गए आधार व वोटर कार्ड' शीर्षक से प्रकाशित खबर के बाद इस ओर सभी का ध्यान आकृष्ट हुआ। नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष शशि श्रीवास्तव का कहना है कि सर्वे कराया जा रहा है। चिंता की बात यह है कि जो लोग खुद को असोम का निवासी होना बताकर यहां रह रहे हैं, उनको यहां आधार, वोटर व राशन कार्ड जारी करवाने में सभासदों के लेटर पैड इस्तेमाल किए गए। सर्वे पूरा होने के बाद रिपोर्ट डीएम को दी जाएगी। उसके बाद वह जो आदेश-निर्देश देंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।



जिलाधिकारी डॉ. आदर्श सिंह ' जागरण


नगर पालिका परिषद नवाबगंज की टीम संदिग्ध लोगों का सर्वे करा रही है। सर्वे पूरा होने के बाद उसका परीक्षण कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।


डॉ. आदर्श सिंह, डीएम बाराबंकी