यहां दोपहर तक फरियादियों को नहीं हुए अफसरों के दीदार

हरख ब्लाक में अवकाश जैसा माहौल गायब रहे जिम्मेदार


सतरिख (बाराबंकी) : विकास खंड हरख का कार्यालय अब जनता की समस्याएं नहीं सुनी जाती है। यहां बीडीओ का पद खाली होने से कर्मचारी और अन्य अधिकारी ब्लॉक नहीं आते हैं। दोपहर तक ग्रामीणों को अधिकारियों के दीदार नहीं होते हैं। निराश होकर फरियादी लौट जाते हैं।


गुरुवार को दोपहर 12 बजे तक सहायक विकास अधिकारी पंचायत बृजेश कुमार, जेई वाईके सिंह, की कुर्सी खाली पड़ी थी। जो लिपिक आए थे, उनमें से कुछ इधर-उधर टहल रहे थे। इससे ब्लाक में अवकाश जैसा माहौल था। सेठमऊ गांव निवासी अमरनाथ सिंह ने सुकन्या योजना में फार्म भरवाया था, लेकिन अभी तक पैसा खाते में नहीं पहुंचा है। यह बात बताने वह अधिकारियों से आए थे लेकिन 12 बजे उन्हें कोई मिला नहीं। डेहुवा गांव निवासी मुन्नी लाल अपनी पत्नी फूलमती की वृद्धा पेंशन के लिए एडीओ समाज कल्याण से मिलने आए थे, लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी। इब्राहिमाबाद से सीताराम को भी पत्नी उर्मिला के लिए पेंशन की दरकार है। करीब 20 किलो मीटर दूर गांव से यह 10 बजे ही ब्लाक आ गये थे, इन्हें भी एडीओ से मिलना था, लेकिन निराशा ही हाथ लगी। ग्राम पंचायत जैदपुर देहात से मो. आशिफ को आधार कार्ड में संशोधन कराना है, इसलिये ब्लाक पहुंचे थे। करीब दो घंटे तक ब्लाक परिसर में चबुतरे के निकट साहब के इंतजार में खड़े रहे, लेकिन वह मिल नहीं सके। सेठमऊ गांव निवासी अमरनाथ सिंह ने बताया कि मैं चार बार ब्लाक आ चुका हूं, लेकिन यहां कोई अधिकारी मिलता ही नहीं है।


एडीओ पंचायत बृजेश कुमार ने बताया कि वह क्षेत्र में हैं, एक घंटे बाद ब्लाक पहुंचेंगे कौन से गांव में क्या देख रहे हैं, इसका उत्तर नहीं दिया।



हरख ब्लाक में अवकाश जैसा माहौल गायब रहे जिम्मेदार


समय 12:00 बजे हरख ब्लॉक परिसर में अधिकारी के इंतजार में बैठे फरियादी