ग्रामीण स्कूलों ने बनाया मेरिट में स्थान

बाराबंकी : अभी तक लोगों की यही सोंच थी कि मंहगी फीस और शहर के बड़े स्कूल ही सफलता के मापदंड होते हैं। लेकिन इस मानसिकता को गांवों के उन बच्चों ने बदल दिया है जिन्होंने शहर के मंहगे स्कूलों की जगह गांवों के कॉलेजों में अपनी पढ़ाई की और बोर्ड परीक्षा में  प्रदेश से लेकर जिले की मेरिट में अपना स्थान बनाया है। स्कूलों ने भी इनकी प्रतिभा को पहचाना और इन्हें ऐसे निखारा कि यह गुदड़ी के लाल आज अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।  


देवा क्षेत्र के प्रतिभा इंटर कॉलेज  ने बोर्ड परीक्षा में इस बार प्रदेश की मेरिट सूची में अपना स्थान बनाया है। यहां हाईस्कूल के छात्र अर्पित वर्मा ने प्रदेश की मेरिट सूची में सातवां स्थान अर्जित किया है। प्रतिभा शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज नरैनी की छात्रा आमिना खातून ने वर्ष 2017 में प्रदेश में दूसरा और यहीं के छात्र दिनेश चौहान ने वर्ष 2018 में प्रदेश की मेरिट सूची में आठवां स्थान अर्जित कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। इस बार यहां इंटर की छात्रा खुशनूर ने जिले की टॉप 10 सूची में अपना स्थान बनाया है। वहीं विशुनपुर के न्यू जयहिंद कॉलेज ने भी पहली बार जिले की टॉप 10 सूची में अपना नाम दर्ज कराया है। यहां की छात्रा अनामिका वर्मा ने इंटर की टॉप 10 सूची में पांचवां स्थान हासिल किया है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि यह सभी छात्र ग्रामीण क्षेत्रों के मध्यम और निम्न वर्ग के घरों से ताल्लुक रखने वाले हैं। कम संसाधनों में इन्होंने गांवों में ही अध्ययन को महत्व दिया और शिक्षकों का कुशल मार्गदर्शन और इनकी लगन इनकी सफलता का माध्यम बनाया। इनकी सफलता से प्रसन्न प्रतिभा इंटर कॉलेज के प्रबंधक डॉ सत्यनाम शर्मा, प्रतिभा शिक्षा निकेतन नरैनी के प्रधानाचार्य आइके वर्मा, न्यू जय हिंद इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य देशराज वर्मा कहते हैं कि प्रतिभा हर बच्चे में है। सफलता के लिए मंहगे संसाधनों की नहीं बल्कि परिश्रम और लगन की जरूरत होती है। छात्रों के परिश्रम और अध्यापकों की सफलता से ही स्कूल का नाम जिले से लेकर प्रदेश तक रोशन हुआ है।