बाराबंकी: प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सोमवार को फतेहपुर ब्लाक के होलीपुरवा मजरे मवैय्या में कल्याणी नदी के किनारे आयोजित वृक्षारोपण समारोह में पीपल का पौधा रोप कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के साथ ही सामाजिक सुधारो के प्रति भी जागरूक किया।
अपने उदबोधन में राज्यपाल ने बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ , दहेज, बाल विवाह पर भी खुलकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि आज से 65 वर्ष पहले गुजरात मे लड़कियों को पढ़ाया नही जाता था।फिर भी हमारे पिता ने हमे पढ़ाया ही नही बल्कि इस काबिल बनाया।आज गुजरात मे कोई भी ऐसी लड़की नही है जो पढ़ी लिखी न हो।इसके बाद उन्होंने बाल विवाह का जिक्र किया।राज्यपाल ने कहा कि अभी भी समाज मे बाल विवाह की परंपरा है जो समाज के लिए घातक है हमे इसे दूर करना होगा।अंत मे राज्यपाल ने दहेज प्रथा पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि लोग अपने लड़को को पढ़ा लिखा कर इंजीनियर ,डॉक्टर ,आईएएस बनाते है और लड़के की शादी में बड़ी मात्रा में दहेज लेते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि नदी, तालाब, झील , वृक्ष आदि हमारे पर्यावरण के अंग हैं। इनके संरक्षण से पशु, पक्षियों को संरक्षण मिलता है। उन्होंने कहा कि कल्याणी नदी को पुनर्जीवित करने से काफी किसानों को लाभ पहुंचेगा। मनरेगा से कराया गया यह कार्य केंद्र सरकार की जल संरक्षण नीति का हिस्सा है। उन्होंने गऊ घाट का निरीक्षण करने के साथ ही प्रधानों से बात की।
प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी मौलश्री का वृक्ष रोपा। उन्होंने कहा कि पिछले साल पूरे प्रदेश में 22 करोड़ पौधे लगे थे इस बार 25 करोड़ पौधे लगाए गए हैं। जो एक कीर्तिमान है। वहीं नदी के पास ही समूह की महिलाओं ने 5 बीघे जमीन पर औषधीय पौधे रोपे । वन विभाग द्वारा नमामि गंगे योजना के तहत करीब 18 सौ पौधों का रोपण नदी के किनारे किया गया है। इस मौके पर सांसद उपेंद्र रावत, विधायक साकेन्द्र वर्मा, रामनरेश रावत, बैजनाथ रावत, शरद अवस्थी,सतीश शर्मा, जिलाधिकारी डॉ आदर्श सिंह, सीडीओ मेघा रूपम, एसपी अरविंद चतुर्वेदी, एडीएम संदीप गुप्ता, एसडीएम पंकज सिंह, बीडीओ हेमंत कुमार, राम सिंह चौहान, अनिल सोनी सहित काफी लोग मौजूद रहे।