एक व्यक्ति व उसके परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ दर्ज मारपीट व दहेज प्रताड़ना के केस में दो लोगों के नाम हटाने की एवज में 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते नोखा थाने के एसआई हनुमानराम विश्नोई को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। एसीबी की सत्यापन कार्रवाई के दौरान 15 हजार रुपए मांगे जाने की पुष्टि हुई थी। डीआईजी (एसीबी) डॉ. विष्णुकांत ने बताया कि नागौर के जसवंतगढ़ निवासी रघुपति भार्गव पुत्र गोपालराम की ओर से सोमवार को शिकायत दी गई थी। इसमें बताया गया कि उसके खिलाफ बीकानेर के नोखा थाने में दहेज प्रताडऩा व मारपीट का मामला दर्ज हो रखा है। इसमें परिवादी के अलावा उसकी मां व बहन का नाम भी है।
इस केस में परिवादी की मां व बहन का नाम हटाने की एवज में नोखा थाने का उप निरीक्षक हनुमानराम एक लाख रुपए की रिश्वत मांग रहा है। डीआईजी के निर्देश पर बीकानेर एसीबी के एएसपी रजनीश पूनिया की अगुवाई में एसीबी के इंस्पेक्टर आनंद कुमार की टीम ने शिकायत सत्यापन की कार्यवाही की तो इसमें आरोपी एसआई द्वारा परिवादी से 15 हजार रुपए की रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हुई और बाद में 9 हजार रुपए देने की बात पर सहमति बनी।
तथ्यों की पुष्टि करने के बाद एसीबी की टीम ने ट्रैप प्लान किया और बुधवार को जैसे ही नोखा थाने के एसआई हनुमानराम ने परिवादी रघुपति से 8 हजार रुपए लिए तो इसका इशारा पाते ही टीम ने मूलतया नागौर के जायल में रोटू हाल नोखा कर्मचारी कॉलोनी निवासी उप निरीक्षक हनुमानराम विश्नोई पुत्र भींयाराम को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत की राशि उसके पहनी पेंट की पिछली जेब में रखे पर्स से बरामद हुई।