हमलावर युवक तमंचा शव के पास छोड़कर भाग निकला

 मायावती ने कहा घटना अति-दुखद व शर्मनाक…


लखनऊ/शाहजहांपुर। शाहजहांपुर में आज दिनदहाड़े कचहरी की तीसरी मंजिल पर एसीजेएम कोर्ट के रिकार्ड आॅफिस में वकील भूपेंद्र प्रताप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया, जब वकील भूपेंद्र किसी काम से रिकॉर्ड रूम में गए थे। गोली मारने के बाद बदमाश देशी कट्टा (तमंचा) मौके पर छोड़कर भाग निकला। बसपा प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कोर्ट परिसर में दिनदहाड़े हुई वकील की हत्या की निंदा की है।एसीजेएम कोर्ट परिसर में घटी घटना के बाद कचहरी के सभी गेट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। थाना सदर बाजार पुलिस कोर्ट परिसर की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। बताया जा रहा है कि वकील किसी शख्स से बात कर रहे थे, अचानक से तेज आवाज हुई और वह जमीन पर गिर पड़े। घटना की सूचना मिलते ही डीएम इंद्र विक्रम सिंह एवं एसपी एस. आनंद मौके पर जा पहुंचे।

पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार हमलावर अकेला था‌। घटना के वक्त उसके आसपास कोई अन्य व्यक्ति नहीं देखा गया था। हत्या के वक्त की परिस्थितियां स्पष्ट नहीं हैं। मृतक वकील भूपेंद्र सिंह के साथी वकील ने कहा, “हमें इस बारे में विस्तार से नहीं पता है, हम कोर्ट में थे। भूपेंद्र सिंह पहले एक बैंक में कार्यरत थे और पिछले 4-5 सालों से प्रैक्टिस कर रहे थे। खबर लिखे जाने तक हत्या का कारण पता नहीं चल सका था।

सुरक्षा को लेकर जारी किया गया था सर्कुलर…..

शाहजहाँपुर में एसीजेएम कोर्ट में दिनदहाड़े अधिवक्ता की हत्या से पुलिस के सुरक्षा इंतजामों को पोल खुल गई है। बसपा प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा है कि शाहजहांपुर कोर्ट परिसर में दिनदहाड़े हुई हत्या अति-दुखद व शर्मनाक जो यहां की भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति व इस संबंध में सरकारी दावों की पोल खोलती है। इससे पूर्व आगरा और बिजनौर कचहरी परिसर की घटना के बाद यूपी पुलिस के मुखिया ने एक सर्कुलर जारी कर कोर्ट परिसरों की सुरक्षा को लेकर कड़े निर्देश दिए थे। लेकिन यूपी पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी अपने ही मुखिया के निर्देश को ताक पर रखकर मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। (18 अक्तूबर 2021)